भारतीय क्रिकेट में आया भूचाल, अंशुला राव डोप टेस्ट में फेल होने वाली देश की पहली महिला क्रिकेटर बनी
साल 2019 में भारतीय टीम के युवा विस्फोटक ओपनर पृथ्वी शॉप डोप टेस्ट में फेल हुए थे। अब एक बार फिर एक भारतीय क्रिकेटर की डोप टेस्ट में फेल होने की खबर आई है लेकिन इस बार यह क्रिकेटर कोई
साल 2019 में भारतीय टीम के युवा विस्फोटक ओपनर पृथ्वी शॉप डोप टेस्ट में फेल हुए थे। अब एक बार फिर एक भारतीय क्रिकेटर की डोप टेस्ट में फेल होने की खबर आई है लेकिन इस बार यह क्रिकेटर कोई पुरुष नहीं बल्कि घरेलू क्रिकेट में मध्य प्रदेश की टीम की ओर से खेलने वाले महिला ऑलराउंडर अंशुला राव हैं। खबरों की मानें तो यह क्रिकेट इतिहास में किसी महिला खिलाड़ी का डोप टेस्ट में फेल होने का पहला मामला है।
बीसीसीआई ने पिछले साल अगस्त में नेशनल एंटी-डोपिंग एजेंसी(नाडा) से खिलाड़ियों के डोप और ड्रग्स टेस्ट के लिए समझौता किया था और अब एक साल से भी कम समय के अंदर ऐसा मामला आ गया।
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हालांकि जब पृथ्वी शॉ नसीली दवाईयों के सेवन के कारण फेल हुए थे तब बीसीसीआई ने वो सैम्पल नाडा को नहीं बल्कि स्वीडेन में स्थापित इंटरनेशनल डोपिंग और मैनेजमेंट को सौंपा था। इससे पहले भारत की ओर से प्रदीप सांगवान और यूसुफ पठान ही ऐसे खिलाड़ी है जो डोप टेस्ट में फेल हुए है।
सूत्रों की मानें तो इस साल 14 मार्च को अंशुला का टेस्ट हुआ था। लेकिन यह सुनिश्चित नहीं हो पाया कि उन्होंने ड्रग्स का सेवन ट्रेनिंग कैम्प में किया है या फिर अपने घर पर किया है। खबरों की मानें तो उन्होंने अनाबोलिक स्टेरॉयड एन19 -नोरैंड्रोस्टेरोन ड्रग का सेवन किया था। ये एथलीटों की सबसे अधिक पसंद वाली दवाओं में से एक है। नांद्रोलोन के सेवन से मांसपेशियों की वृद्धि और शक्ति बढ़ाने के साथ-साथ रिकवरी में तेजी लाने के लिए भी मदद मिलती है। अब नाडा यह फ़ैसला लेगी की अंशुला को क्या सजा मिलेगी। इस सजा के अनुसार 2-4 साल तक का बैन लग सकता है।
अंशुला बीसीसीआई के अंदर खेलती है और वो साल 2019-20 में बीसीसीआई की अंडर-23 महिला टूर्नामेंट में खेल चुकी है।