मुरलीधरन (Muttiah Muralitharan) एक ऐसा गेंदबाज जो गेंद को जादू की तरह घूमाता था। टेस्ट और वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले मुथैया मुरलीधरन की कहानी काफी ज्यादा दिलचस्प है। मुथैया मुरलीधरन को अपने करियर के शुरुआती दिनों में जिन चीजों का सामना करना पड़ा उसके बारे में कल्पना करना भी आपको कंपा सकता है। ये बात बेहद कम लोग जानते हैं कि मुथैया मुरलीधरन का करियर बरबाद करने के लिए ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट ने घिनौनी चाल चली थी।
मुथैया मुरलीधरन इस कहानी में शामिल तो हैं लेकिन, वो इस कहानी के हीरो नहीं हैं। इस कहानी के हीरो हैं अर्जुन राणातुंगा जिन्होंने मुथैया मुरलीधरन को बचाने के लिए अपना पूरा करियर दांव पर लगा दिया था। कहानी है 1995 की मुथैया मुरलीधरन ने हाल ही में इंटरनेशनल क्रिकेट में प्रवेश किया था और डैरल हेयर अंपायरिंग कर रहे थे।
उस वक्त एक नियम था कि गेंदबाज गेंदबाजी करते वक्त अपना हाथ झुका नहीं सकता है। लेकिन, इस बात को जज ऑनफील्ड अंपायर को ही करना रहता है। बस यहीं से शुरू हुआ था बवाल। डैरल हेयर ने मुरलीधरन के एक्शन को लेकर नो बॉल देना शुरू कर दिया। मुथैया मुरलीधरन कोई भी गेंद फेंकते डैरल हेयर नो बॉल दे देते।




