रोमांचक मैच में ऑस्ट्रेलिया ने श्रीलंका को 64 रन से हराया
ऑस्ट्रेलिया ने आज श्रीलंका को 64 रनों से हरा दिया। यह ऑस्ट्रेलिया की पिछले पांच मैचों में तीसरी जीत है और वह पूल ए में न्यूजीलैंड के बाद दूसरे नंबर पर काबिज हो गई
सिडनी, 08 मार्च (CRICKETNMORE)। ऑस्ट्रेलिया ने आज श्रीलंका को 64 रनों से हरा दिया। यह ऑस्ट्रेलिया की पिछले पांच मैचों में तीसरी जीत है और वह पूल ए में न्यूजीलैंड के बाद दूसरे नंबर पर काबिज हो गई है। पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की टीम ने जीत के लिये श्रीलंका के समक्ष 376 रनों का लक्ष्य रखा था। हालांकि श्रीलंका की पूरी टीम 47वें ओवर में 312 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। वर्ल्ड कप के इतिहास में पहली बार किसी टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 300 या उससे ज्यादा रन बनाए हैं। मेक्सवैल को उनकी धुआंधार शतकीय पारी के लिये मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया।
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बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका की शुरुआत काफी सधी हुई रही और रन प्रति ओवर की गति भी बनी रही। हालांकि श्रीलंका को दूसरे ओवर में ही थीरेमाने के रुप में अपना पहला विकेट गंवाना पड़ा। इसके बाद दिलशान और संगाकारा ने मिलकर 134 रन जोड़े। 22वें ओवर में दिलशान को फोल्कनर ने पगबाधा के ज़रिये ऑउट किया। दिलशान ने 60 गेंदों पर 8 चौकों की मदद से 62 रन बनाये। इसके बाद संगाकार और जयवर्धने ने पारी को कुछ आगे बढ़ाया और 53 रनों की साझेदारी की। जयवर्धने को क्लार्क ने रन आउट किया। उन्होंने 22 गेंदों पर 19 रन बनाये। श्रीलंका की ओर संगाकारा ने सबसे ज्यादा 104 रन 107 गेंदों पर बनाये उन्होंने 11 चौके लगाये। संगाकारा के रुप में चौथा विकेट गवा चुकी श्रीलंका की पारी को चांदीमाल और मैथयु ने संभाला और 300 के करीब पहुंचा दिया और रन प्रति ओवर की गति भी बढ़ाई । हालांकि 24 गेंदों पर 52 रन बनाकर वह रिटायर हर्ट होकर पेविलियन लौट गये और दोबारा खेलने नहीं आये। थोड़े समय बाद मैथयु भी वॉटसन की गेंद पर हेडिन को पीछे कैच दे बैठे। इसके बाद श्रीलंका की पारी नहीं संभली और उसके बाकी खिलाड़ी दहाई का आंकड़ा भी नहीं छु पाये और पूरी टीम 312 पर ऑल आउट हो गई।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से फाल्कनर ने 48 रन देकर तीन विकेट लिये। वहीं स्टार्क और जोनसन ने दो-दो और वॉटसन ने एक विकेट लिया। स्टार्क की गेंदबाजी काफी सधी हुई रही और उन्होंने 9 ओवरों में महज 29 रन दिये।
टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया। यह निर्णय काफी सही साबित हुआ। हालांकि ऑस्ट्रेलिया ने 8 ओवरों में 41 रनों पर अपने दोनों सलामी बल्लेबाज गंवा दिये। इसके बाद स्मिथ और क्लार्क ने पारी को संभालते हुये मज़बूती प्रदान की। दोनों ने मिलकर 134 रनों की साझेदारी की। क्लार्क ने 68 गेंदों पर चार चौकों की मदद से 68 रन बनाये और स्मिथ ने 88 गेंदों पर 7 चौकों और 1 छक्के की मदद से 72 रन बनाये। हालांकि 32वें ओवर में क्लार्क और मलिंगा ने बोल्ड किया और अगले ही ओवर में स्मिथ भी चलते बने उन्हें दिलशाद की गेंद पर परेरा ने कैच कर आउट किया। इसके बाद टीम की पारी मेक्सवल और वाटसन ने संभाली दोनों ने मिलकर टीम के स्कोर को अगले 14 ओवरों में 337 तक पहुंचा दिया। मेक्सवल ने 53 गेंदों पर 10 चोकों और 4 छक्कों की बदौलत 102 रन बनाये। दूसरी ओर से उनका साथ देने वाले मेक्सवल ने 41 गेंदों पर 7 चौकों और दो छक्कों की बदौलत 67 रन बनाये। इसके बाद परेरा की गेंद पर मलिंगा ने कैच लेकर मेक्सवल को ऑउट किया और आगे ऑस्ट्रेलिया की पारी ज्यादा रन नहीं बना सकी। उसके तीन खिलाड़ी बिना कोई रन बनाये पवेलियन लौट गये। ब्रेन हेडन ने 9 गेंदों पर 25 रनों की पारी खेली और इस तरह ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 9 विकेट गंवाकर 50 ओवरों में 376 तक पहुंचा।
श्रीलंका की ओर से मलिंगा और परेरा ने दो- दो विकेट लिये। मैथयु, परसेना और दिलशान ने एक एक विकेट हासिल किया। परेरा ने सबसे ज्यादा 9 रन प्रति ओवर में 9 ओवरों में 87 रन दिये।