ओल्ड ट्रैफर्ड टेस्ट के पहले दिन इंग्लैंड की वापसी में एक खास मोड़ तब आया, जब इंग्लैंड की टेस्ट टीम में लंबे समय बाद लौटे डॉसन ने अपना असर दिखाया। भारत का युवा टॉप ऑर्डर बल्लेबाज संभलकर खेल रहा था, लेकिन इस स्पिनर की एंट्री ने मैच का रुख बदलने का माहौल बना दिया।
बुधवार, 23 जुलाई से खेले जा रहे एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट के पहले दिन ओल्ड ट्रैफर्ड में इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी। लंच तक भारत ने बिना विकेट गंवाए 78 रन बनाए थे, लेकिन दूसरे सत्र में इंग्लिश गेंदबाजों ने वापसी की और तीन अहम विकेट झटके।
इनमें सबसे अहम विकेट आया 41वें ओवर में, जब आठ साल बाद टेस्ट क्रिकेट में लौटे लियाम डॉसन ने यशस्वी जायसवाल को पवेलियन भेजा। अपने दूसरे ओवर की दूसरी गेंद पर डॉसन को हल्की ड्रिफ्ट मिली। जायसवाल फ्रंट-फुट निकाल कर डिफेंड करने आए, लेकिन गेंद हल्के से बल्ले का किनारा लेकर फर्स्ट स्लिप में हैरी ब्रूक के हाथों में चली गई। जायसवाल ने 107 गेंदों पर 58 रन की शानदार पारी खेली, लेकिन अपनी इस अर्धशतकीय पारी को बडी पारी में तबदील नहीं कर पाए।