भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने कहा है कि हाल ही में संन्यास लेने वाले महेंद्र सिंह धोनी में बड़े शॉट्स खेलने की काबिलियत थी और इसलिए उन्हें बल्लेबाजी ऑर्डर में ऊपर लाना और स्वतंत्रता से अपना खेल खेलने देना जरूरी था।
भारत को सभी आईसीसी ट्रॉफी दिलाने वाले कप्तान धोनी ने 15 अगस्त को इंटरनेशनल क्रिकेट से अलविदा कह दिया। गांगुली ने अपनी कप्तानी में धोनी को 2005 में विशाखापट्टनम में पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए वनडे मैच में नंबर-3 पर भेजा था। धोनी कप्तान के भरोसे पर खरा उतरे थे और 148 रनों की पारी खेल टीम को जीत दिलाई थी।
गांगुली ने स्पोटर्सतक से बात करते हुए कहा, "धोनी को विशाखापट्टनम में नंबर-3 पर खेलने का मौका मिला और उन्होंने शानदार शतक जमाया। उन्हें जब भी ज्यादा ओवर खेलने का मौका मिला है उन्होंने बड़ा स्कोर किया है। सचिन तेंदुलकर अगर नंबर-6 पर खेलते रहते तो वह आज सचिन तेंदुलकर नहीं बनते क्योंकि नीचे आपको कम गेंदें खेलने को मिलती हैं।"