क्या अब कभी नहीं होगी भारत-पाकिस्तान सीरीज ? एस जयशंकर के बयान से तो ऐसा ही लगता है
भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय सीरीज होना फिलहाल मुश्किल नहीं नामुमकिन लग रहा है क्योंकि अब दोनों देशों की सरकारों भी कुछ ऐसे ही अनुमान दे रही हैं।
भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय सीरीज हुए काफी लंबा समय हो गया है लेकिन लगता है कि ये इंतज़ार अब और भी लंबा होने वाला है क्योंकि हाल ही में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कुछ ऐसा ही अंदेशा दिया है। अगले साल भारतीय टीम को एशिया कप के लिए पाकिस्तान का दौरा करना है लेकिन बीसीसीआई ने साफ कर दिया है कि टीम इंडिया एशिया कप के लिए पाकिस्तान नहीं जाएगी और अब इसी बीच भारतीय विदेश मंत्री ने पाकिस्तान में अगले साल होने वाले एशिया कप में टीम इंडिया की भागीदारी को लेकर बीसीसीआई और पीसीबी के बीच चल रहे विवाद के बीच अपना पक्ष रखा है।
जयशंकर ने सीमा पार आतंकवाद पर सरकार के सख्त रुख का खुलासा किया है। जयशंकर ने भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंधों को खारिज करते हुए अगले साल होने वाले महाद्वीपीय टूर्नामेंट के लिए भारतीय खिलाड़ियों के पाकिस्तान नहीं जाने के बीसीसीआई के फैसले का समर्थन किया है। इससे पहले पीसीबी ने भारत में अगले साल होने वाले 50 ओवर के विश्व कप से हटने की धमकी दी थी।
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विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जोरदार बयान के साथ दोनों क्रिकेट बोर्डों के बीच चल रहे विवाद के बीच भारत सरकार के रुख को स्पष्ट रूप से बताया। एजेंडा आजतक पर बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, "टूर्नामेंट आते रहते हैं और आप सरकार के रुख से अवगत हैं। देखते हैं क्या होता है। यदि आपका पड़ोसी आपके सिर पर बंदूक रखता है, तो क्या आप अपने पड़ोसी से बात करेंगे? यदि आपका पड़ोसी खुले तौर पर आतंक को बढ़ावा देता है, तो क्या आप उससे बात करेंगे? हमारा उद्देश्य है कि उन्हें आतंक के चंगुल से कैसे निकाला जा सकता है। भारत-पाकिस्तान सीमा पर ये एक असाधारण स्थिति है। लेकिन हमें उम्मीद है कि वे आतंक का रास्ता छोड़ देंगे।"
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आगे बोलते हुए जयशंकर ने कहा, "आप क्रिकेट पर हमारा रुख जानते हैं। हमें कभी भी ये स्वीकार नहीं करना चाहिए कि एक देश को आतंकवाद को प्रायोजित करने का अधिकार है। जब तक हम इसे अवैध नहीं करते, ये जारी रहेगा। इसलिए, पाकिस्तान पर वैश्विक दबाव होना चाहिए। जब तक आतंकवाद के पीड़ित खुद आवाज नहीं उठाते। भारत को एक तरह से नेतृत्व करना चाहिए, क्योंकि हमारा खून बहा है।"