VIDEO: 'इंग्लैंड ने की बिना दिमाग की बैटिंग', जेफ्री बॉयकॉट ने लाइव मैच में पकड़ लिया अपना सिर
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जेफ्री बॉयकॉट इंग्लैंड की खराब बल्लेबाजी से काफी नाखुश हैं। दूसरे एशेज टेस्ट में जिस तरह से इंग्लिश टीम ने पहली पारी में बैटिंग की उसे देखकर हर कोई हैरान था।
पहला टेस्ट मैच जीतने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम ने दूसरे एशेज टेस्ट पर भी अपना शिकंजा मजबूत कर लिया है। ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के 416 रनों का पीछा करते हुए, इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 325 रन बनाए जिसके चलते ऑस्ट्रेलिया को 91 रनों की भारी बढ़त मिल गई। अब तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने 2 विकेट के नुकसान पर 130 रन बना लिए हैं जिसका मतलब ये है कि अब उनकी कुल बढ़त 221 रनों की हो गई है और यहां से अगर उन्होंने 150-200 रन और बना दिए तो इंग्लैंड के लिए दूसरा टेस्ट बचाना भी मुश्किल हो जाएगा।
इससे पहले इंग्लैंड की टीम ने तीसरे दिन जिस तरह की बल्लेबाजी की उसे देखकर कई दिग्गज हैरान रह गए। तीसरे दिन पहले ही ओवर में स्टोक्स का विकेट गिर गया और उसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने हैरी ब्रूक और बाकी इंग्लिश बल्लेबाजों पर शॉर्ट बॉल से अटैक किया और शॉर्ट बॉल्स के आगे सभी बल्लेबाजों ने सरेंडर कर दिया। इस दौरान जब हैरी ब्रूक ने अपना विकेट फेंका तो पूर्व कप्तान जेफ्री बॉयकॉट भी स्टैंड्स में मौजूद थे और उन्होंने ब्रूक को आउट होता देख अपना सिर पकड़ लिया
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बॉयकॉट का निराशा में डूबा ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इसके बाद बॉयकॉट ने खुद एक ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि वो इंग्लैंड ने बिना दिमाग की बैटिंग की और वो उस समय अपने पूर्व कप्तान माइक ब्रियरली के साथ बातचीत कर कर रहे थे। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, “हां, ऐसा होता है, बिना दिमाग की बल्लेबाजी करना। अपने कप्तान माइक ब्रियरली से बात कर रहा था।''
Throwing every away. #Bazball. #ECB. #England #Ashes #cricket. pic.twitter.com/t4ZXbxGzq3
— TonyNyman (@Tony_Nyman) June 30, 2023
Yes it does, batting without brains. Chatting to my captain Mike Brearley https://t.co/gJMmUEPrbn
— Sir Geoffrey Boycott (@GeoffreyBoycott) June 30, 2023
जेफ्री बॉयकॉट ने द टेलीग्राफ में लिखा, "मैच की स्थिति चाहे जो भी हो, इसी दृष्टिकोण के कारण सलामी बल्लेबाज डकेट दो रन से अपने शतक से चूक गए। वो हर चीज़ पर हमला करना चाहते हैं और कभी भी बंधे नहीं रहना चाहते। इसलिए जब आप ऐसे होते हैं, तो अहंकार हावी हो जाता है और इसने पोप और डकेट को आउट कर दिया।ऑस्ट्रेलिया इंग्लैंड के अहंकार पर खेलता रहा और जो रूट बाध्य थे। हुक शॉट्स ने ऑस्ट्रेलिया को मैच में वापस ला दिया। एक समय इंग्लैंड बढ़त पर था और टॉप पर था लेकिन इस भारी दबाव के सामने उसने आत्मसमर्पण कर दिया।"