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अगर पाकिस्तान ने किया चैंपियंस ट्रॉफी का बायकॉट, तो उठाना होगा इतने करोड़ का नुकसान

बीसीसीआई और पीसीबी के बीच चल रही तनातनी के चलते चैंपियंस ट्रॉफी का भविष्य अधर में लटका नजर आ रहा है और अगर पाकिस्तान इस टूर्नामेंट का बायकॉट करता है तो उन्हें करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ेगा।

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अगर पाकिस्तान ने किया चैंपियंस ट्रॉफी का बायकॉट, तो उठाना होगा इतने करोड़ का नुकसान
अगर पाकिस्तान ने किया चैंपियंस ट्रॉफी का बायकॉट, तो उठाना होगा इतने करोड़ का नुकसान (Image Source: Google)
Shubham Yadav
By Shubham Yadav
Nov 13, 2024 • 12:15 PM

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के बीच चल रही तनातनी के चलते 2025 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी अधर में लटकी नजर आ रही है। भारतीय टीम ने पाकिस्तान जाने से मना कर दिया है और पाकिस्तान ये टूर्नामेंट हाइब्रिड मॉडल में खेलने को राज़ी नहीं है ऐसे में अब पाकिस्तान ने आईसीसी से भारत के पाकिस्तान ना जाने का कारण पूछा है और मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीसीबी टूर्नामेंट के बहिष्कार करने का फैसला भी कर सकता है।

Shubham Yadav
By Shubham Yadav
November 13, 2024 • 12:15 PM

अब मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये खबर सामने आ रही है कि अगर पाकिस्तान इस टूर्नामेंट के बायकॉट का फैसला करता है तो उसे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से भारी प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है। इतना ही नहीं पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को होस्ट नेशन होने के नाते जो करोड़ों रुपए मिलने वाले हैं, उसे भी वो गंवा सकते हैं।

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न्यूज 18 की एक रिपोर्ट के अनुसार, ऐसा माना जाता है कि अगर पीसीबी टूर्नामेंट का बहिष्कार करता है, तो मेजबान देश को मेजबानी की पूरी फीस नहीं मिलेगी, जो कि 54 करोड़ रुपये ($65 मिलियन) से अधिक है और साथ ही आईसीसी से मिलने वाली फंडिंग में भी कटौती होगी। टूर्नामेंट पाकिस्तान में खेला जाना तय है, भारत ने दोनों पड़ोसी देशों के बीच राजनयिक तनाव को देखते हुए हाइब्रिड मॉडल की मांग की थी। हालांकि, पीसीबी घरेलू धरती पर टूर्नामेंट आयोजित करने पर अड़ा हुआ है।

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नकवी ने हाल ही में पाकिस्तान मीडिया को दिए अपने बयान में कहा था, "हमारा स्पष्ट रुख है कि अगर उन्हें (भारतीय क्रिकेट बोर्ड को) कोई समस्या है तो उन्हें हमें लिखित में देना चाहिए। आज तक हमने किसी हाइब्रिड मॉडल के बारे में बात नहीं की है, लेकिन हम इस पर बात करने के लिए तैयार हैं। अब अगर भारतीय मीडिया इस बारे में रिपोर्ट कर रहा है तो आईसीसी हमें कोई पत्र जरूर देगा या भारतीय बोर्ड ने कहीं ये लिखा होगा। अभी तक ऐसा कोई पत्र मेरे या पीसीबी तक नहीं पहुंचा है।"

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