1975 में इंग्लैंड में हुए पहले वर्ल्ड कप में कुल टीमों ने हिस्सा लिया था। इसमें कुल आठ टीमों ने हिस्सा लिया जिसमें 6 टेस्ट मैच खेलने वाली टीमें थी और श्रीलंका और ईस्ट अफ्रीका पहली बार किसी टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे थे।
इंडिया की टीम ने वर्ल्ड कप में अपने सफर का आगाज पहले ही मैच से इंग्लैंड के खिलाफ करा था लेकिन इस मैच में इंडिया ने जैसा प्रदर्शन किया वह बहुत निराशाजनक था और उसे मेजबान इंग्लैंड के हाथों 202 रनों की करारी हार झेलनी पड़ी थी। इस मैच में सुनील गावस्कर विलेन साबित हुए थे क्योंकि उन्होंने 174 गेंदों में मात्र 36 रन की पारी खेली थी।
इग्लैंड से हारने के बाद इंडिया का दूसरा मुकाबला वर्ल्ड कप में खेल रही अंडरडॉग टीम ईस्ट अफ्रीका से था. 11 जून 1975 को लीड्स के ग्राउंड पर खेले गए मैच में इंडिया की टीम पर दबाव चरम पर था। इंडियन टीम वर्ल्ड कप में अपनी उम्मीदें जिंदा रखने के लिए यह मैच हार हाल में जितना था। वहीं इंडियन बल्लेबाज सुनील गावसकर को अपने ऊपर लगे धीमी बल्लेबाजी करने के दाग को भी मिटाना था।