भारत ने दर्ज की लगातार छठी जीत, जिम्बाब्वे को 6 विकेट से हराया
ईडन पार्क मैदान पर आईसीसी वर्ल्ज कप 2015 के पूल-बी के अपने अंतिम मैच में सुरेश रैना के शानदार शतक (110) व धोनी के बेहतरीन अर्धशतक (85) की बदौलत
ऑकलैंड, 14 मार्च (CRICKETNMORE) । ईडन पार्क मैदान पर आईसीसी वर्ल्ज कप 2015 के पूल-बी के अपने अंतिम मैच में सुरेश रैना के शानदार शतक (110) व धोनी के बेहतरीन अर्धशतक (85) की बदौलत भारत ने जिम्बाब्वे को 6 विकेट से हरा दिया।जिम्बाब्वे द्वारा दिए गए 288 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने 48.4 ओवरों में चार विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया। लक्ष्य का पीछा करते हुए वर्ल्ड कप में भारत की यह सबसे बड़ी जीत है, इससे पहले भारत ने वर्ल्ड कप 2011 के फाइनल मुकाबले में श्रीलंका के खिलाफ 275 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल की थी। सुरेश रैना को उनके शानदार शतक के लिए मैन आफ द मैच का पुरस्कार दिया गया।
धोनी की कप्तानी में इस वर्ल्ड कप में यह भारत की लगातार छठी जीत है और कुल मिलाकर यह लगातार दसवीं जीत है। इसके साथ ही धोनी वेस्टइंडीज के क्लाइव लॉयड को पीछे छोड़कर वर्ल्ड कप के दूसरे सबसे सफल कप्तान बन गए हैं। क्लाइव लॉयड की कप्तानी में वेस्टइंडीज ने लगातार 9 मैच जीते थे।
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जिम्बाब्वे द्वारा दिए गए 288 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और रोहित शर्मा (16), शिखर धवन (4), विराट कोहली (38) और अजिंक्य रहाणे (19) 92 के स्कोर तक पवेलियन लौट चुके थे । इसके बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना ने 196 रन की साझेदारी भारत को 48.4 ओवरों में जीत दिला दी।
जिम्बाब्वे की ओर से तिनाशे पानयानगारा ने दो विकेट लिए हैं जबकि सिकंदर रजा को एक सफलता मिली है। रोहित का विकेट 21 के कुल योग पर गिरा। रोहित ने 21 गेंदों पर दो चौके लगाए। धवन भी इसी योग पर विदा हुए। इसके बाद कोहली और रहाणे ने 50 रन जोड़े लेकिन अर्धशतकीय साझेदारी होने के साथ रहाणे रन आउट हो गए। रहाणे का विकेट 71 के कुल योग पर गिरा। कोहली को 92 के कुल योग पर रजा ने बोल्ड किया। कोहली ने 48 रगेंदों पर चार चौके लगाए। भारत को जीत के लिए अभी भी 190 रनों की जरूरत है जबकि उसके पास छह विकेट और 25 ओवर शेष हैं।
इससे पहले, अपने विदाई मैच में शानदार शतक लगाने वाले कार्यकारी कप्तान ब्रेंडन टेलर (138) और शॉन विलियम्स (50) की शानदार पारियों की बदौलत जिम्बाब्वे ने टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करते हुए खराब शुरुआत से उबरते हुए 48.5 ओवरों का सामना कर 287 रन बनाए। एक समय जिम्बाब्वे ने 11, 13 और 33 रनों के कुल योग पर अपने तीन विकेट गंवा थे। चामू चिभाबा (7) को मोहम्मद शमी ने चलता किया जबकि हेमिल्टन मासाकाद्जा (2) को उमेश यादव ने चलता किया। सोलोमन मिरे (9) का विकेट मोहित शर्मा ने लिया। इसके बाद हालांकि अपने करियर का आठवां शतक लगाने वाले टेलर और विलियम्स ने चौथे विकेट के लिए 93 रन जोड़ते हुए टीम को मजबूती दी। विलियम्स का विकेट 126 के कुल योग पर गिरा। विलियम्स ने 57 गेंदों का सामना कर तीन चौके और इतने ही छक्के लगाए। विलियम्स की विदाई के बाद टेलर ने क्रेग इर्विन (27) के साथ पांचवें विकेट के लिए 109 रन जोड़े। इसी साझेदारी के दौरान टेलर ने अपना शतक पूरा किया और साथ ही सर्वाधिक रनों की दौड़ में जिम्बाब्वे की ओर से तीसरे सबसे सफल एकदिवसीय बल्लेबाज बने। उनके नाम 5258 रन हैं। एंडी फ्लॉवर (6786) और ग्रांट फ्लॉवर (6571) ही उनसे आगे हैं। टेलर ने 99 गेंदों पर शतक पूरा किया। उनकी 110 गेंदों की पारी में 15 चौके और पांच छक्के शामिल हैं। टेलर और इर्विन के आउट होने के बाद सिकंदर रजा (28) और रेगिस चाकाब्वा (10) ने 35 रनों की साझेदारी की लेकिन इसके बाद जिम्बाब्वे की टीम लय से भटक गई और अंतिम पांच ओवरों में 36 रन जोड़ते हुए चार विकेट गंवाए।
भारत की ओर से मोहम्मद शमी, उमेश यादव और मोहित शर्मा ने तीन-तीन विकेट लिए जबकि रविचंद्रन अश्विन को एक सफलात मिली। अश्विन हालांकि काफी महंगे साबित हुए। उन्होंने अपने कोटे के 10 ओवरों में 75 रन खर्च किए। भारतीय गेंदबाजों ने लगातार छठे मैच में विपक्षी टीम के सभी विकेट चटकाए हैं। भारत ग्रुप-बी में शीर्ष पर है क्वार्टर फाइनल में जगह पक्की कर चुका है। भारतीय टीम को यहां अगर हार भी मिलती है तो भी वह शीर्ष पर बनी रहेगी। वहीं, जिम्बाब्वे को पांच मैचों में एक जीत मिली और उसके केवल दो अंक हैं।