ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर टीम इंडिया के गेंदबाज संघर्ष करते हुए नजर आ रहे थे। तीन मैचों की वनडे सीरीज में भारतीय टीम 0-2 से पीछे चल रही थी और आखिरी मैच में टीम सम्मान बचाने के लिए मैदान पर उतरी। इस मुकाबले में टीम इंडिया ने चार बदलाव किए और आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करने वाले हैदराबाद के तेज गेंदबाज टी.नटराजन को प्लेइंग इलैवन में शामिल किया।
भारतीय टीम ने इस मैच में नवदीप सैनी की जगह टी. नटराजन को शामिल किया और सभी की निगाहें इस मैच में नटराजन पर ही टिकी हुई थी। अभी तक ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर खेले गए दोनों वनडे मैचों में भारतीय गेंदबाज पहले 20 ओवरों में ऑस्ट्रेलिया का एक भी विकेट नहीं ले पाए थे और एरोन फिंच और डेविड वॉर्नर की जोड़ी ने दोनों मैचों में पहले विकेट के लिए 140 से ज्यादा रनों की साझेदारी कर डाली।
मगर तीसरे वनडे में वॉर्नर नहीं थे और उनकी अनुपस्थिति में मार्नस लबुशाने ओपनिंग करने उतरे थे। ऐसे में भारतीय गेंदबाजों पर पावरप्ले में एक-दो विकेट लेने का दबाव था। ऐसे में टी.नटराजन ने जसप्रीत बुमराह के साथ गेंदबाजी की शुरूआत की और इस पूरे दौरे पर पहले विकेट के लिए तरस रही भारतीय टीम को छठे ओवर की पहली ही गेंद पर विकेट लेकर दिया और मार्नस लबुशाने को बोल्ड करके कंगारूओं को पहला झटका दिया।