लखनऊ सुपरजायंट्स के हेड कोच बन सकते हैं जस्टिन लैंगर, एंडी फ्लावर की छुट्टी होनी तय
आईपीएल 2024 से पहले लखनऊ सुपरजायंट्स की मैनेजमेंट में बड़े बदलाव होने वाले हैं। हेड कोच एंडी फ्लावर का कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने वाला है ऐसे में अब लखनऊ के हेड कोच पद के लिए जस्टिन लैंगर मज़बूत दावेदार माने जा
आईपीएल फ्रेंचाईजी लखनऊ सुपर जायंट्स आईपीएल 2024 से पहले अपने मैनेजमेंट में बड़े बदलाव करने की तैयारी में है। ताजा खबरों की मानें तो ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर और मुख्य कोच जस्टिन लैंगर अगले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) सीज़न से पहले लखनऊ सुपर जाइंट्स के मुख्य कोच बनने की कतार में हैं। एंडी फ्लावर के हेड कोच पद पर रहते हुए लखनऊ की टीम ने आईपीएल 2022 और 2023 संस्करणों में शानदार प्रदर्शन किया और दोनों बार प्लेऑफ तक का सफर तय किया।
हालांकि, अब फ्रेंचाइजी के साथ एंडी फ्लावर का अनुबंध इस साल की शुरुआत में खत्म हो चुका है ऐसे में अब लखनऊ की टीम जस्टिन लैंगर को अप्रोच कर रही है।क्रिकबज की एक रिपोर्ट के अनुसार, लैंगर एलएसजी के मुख्य कोच बनने की कतार में हैं, दोनों पक्षों के बीच चर्चा चल रही है। अगर बातचीत अच्छी रही तो पूरी संभावना है कि फ्रेंचाइजी जल्द ही आधिकारिक घोषणा कर देगी। इसके अलावा, रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि एलएसजी फ्रेंचाइजी और लैंगर के बीच कई दौर की चर्चा पहले ही हो चुकी है।
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अगर जस्टिन लैंगर की बात करें तो विशेष रूप से टी20 क्रिकेट में एक कोच के रूप में उनका असाधारण रिकॉर्ड है। टीम के मुख्य कोच के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान पर्थ स्कॉर्चर्स ने तीन बार बिग बैश लीग (बीबीएल) का खिताब जीता, जबकि ऑस्ट्रेलिया पुरुष टीम ने यूएई में आयोजित टी20 विश्व कप 2021 भी जीता। ऐसे में अगर लैंगर लखनऊ के साथ जुड़ते हैं तो शायद लखनऊ की किस्मत भी बदल सकती है।
Former Australia Head Coach To Be LSG's New Head Coach!#Cricket #Australia #IndianCricket #IPL pic.twitter.com/fChK4Xhayn
— CRICKETNMORE (@cricketnmore) July 10, 2023
इस बीच आपको ये भी बता दें कि लखनऊ के सहयोगी स्टाफ में किसी अन्य बदलाव करने पर कोई चर्चा नहीं हुई है। इसका मतलब ये है कि मोर्ने मोर्कल, जोंटी रोड्स और विजय दहिया जो क्रमशः गेंदबाजी, क्षेत्ररक्षण और सहायक कोच हैं। वो अपने संबंधित पदों पर बने रह सकते हैं। लखनऊ की टीम ने दोनों सीज़न में प्लेऑफ़ में जगह बनाई लेकिन फ्लावर की निगरानी में ट्रॉफी नहीं उठा सके। टीम दोनों संस्करणों में लीग चरण में तीसरे स्थान पर रही और दोनों मौकों पर एलिमिनेटर हार गई।