कोहली की आक्रामकता भारत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाएगी : हरभजन
नई दिल्ली, 2 जुलाई (CRICKETNMORE): भारतीय क्रिकेट टीम के वरिष्ठ ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह का मानना है कि टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली की आक्रामकता टीम को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी। हरभजन ने एक टीवी कार्यक्रम में कहा, "विराट
नई दिल्ली, 2 जुलाई (CRICKETNMORE): भारतीय क्रिकेट टीम के वरिष्ठ ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह का मानना है कि टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली की आक्रामकता टीम को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी। हरभजन ने एक टीवी कार्यक्रम में कहा, "विराट जिस तरह से अपने आपको संभालते हैं, वह देखकर काफी अच्छा लगता है। मुझे लगता है कि यह भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाने का बेहतरीन तरीका है। सही शारीरिक भाषा, भारत के लिए लड़ना और सही परिणाम निकालने के लिए हमें ऐसी भावना की जरूरत है और विराट के पास वो है।"
उन्होंने कहा, "यह उनकी शैली है या उन्होंने मुझसे सीखा है मैं नहीं जानता। मेरे लिए यह भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाने का सही संदेश है।"
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अपने पूर्व साथी अनिल कुंबले को टीम का मुख्य कोच बनाए जाने पर इस दिग्गज ऑफ स्पिनर ने कहा, " मैं अनिल भाई की बहुत इज्जत करता हूं। मैं उनके साथ कई सालों तक खेला हूं। मैंने उनसे एक बात सीखी है वो यह की कभी हार नहीं मानो। वह गंभीर सोच वाले क्रिकेट खिलाड़ी थे। वह मेरे शैतानी वाले व्यवहार को जानते थे। मुझे नहीं लगता कि उन्हें मेरे इस व्यवहार से कभी दिक्कत हुई होगी।"
हरभजन ने कहा, "मैं जानता हूं कि अनिल भाई को मेरे कारण बाहर बैठना पड़ा, क्योंकि उन दिनों मैं अच्छा खेल रहा था। मुझे खुद उन्हें बाहर बैठे देख बुरा लगता था, क्योंकि मैं सिर्फ उस समय 20 साल का था। मैं अच्छा कर रहा था और कप्तान ने मुझे चुना था।"
हरभजन ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ जीत दर्ज करना विशेष पल था। उनका मानना है कि दोनों देशों के बीच होने वाले मैचों में जो हाइप होती है वह मीडिया द्वारा बनाई हुई होती है।
हरभजन ने कहा, "एक खिलाड़ी के तौर पर मुझे बड़ी टीमों को हराना पसंद है। उन दिनों पाकिस्तान शानदार टीम होती थी। उनके पास वसीम अकरम, वकार यूनुस, सकलैन मुश्ताक और शोएब अख्तर जैसे गेंदबाज थे। हमारे लिए वह विशेष पल होता था। मेरा मानना है कि मीडिया ने भारत-पाकिस्तान के मैच को लेकर हाइप बनाई है।"
2007-08 में हरभजन पर आस्ट्रेलिया के एंड्रयू साइमंड्स के खिलाफ नस्लीय टिप्पणी करने का आरोप लगा था। यह घटना मंकीगेट के नाम से मशहूर हो गई थी।
इस पर हरभजन ने कहा, "मैंने मंकी नहीं कहा था। यह उनका आरोप था। मैंने उससे कहा था कि तेरी मां के हाथ की रोटी खाने का बड़ा मन कर रहा है। उसने मेरी बात नहीं सुनी, क्योंकि वह हिंदी नहीं जानता और मुझे इंग्लिश नहीं आती।"
एस. श्रीसंत को थप्पड़ मारने के विवाद पर हरभजन ने कहा, "असल में उसने नौटंकी की थी। यह मेरी गलती थी कि मैंने उसे मैदान पर चांटा मारा। मैं अपने सभी इंटरव्यू में यह माना है कि मैंने गलती की थी।"
एजेंसी