मुम्बई, 30 जून (CRICKETNMORE): भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने गुरुवार को साफ कर दिया कि भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण टीम के मुख्य कोच की नियुक्ति के समय किसी भी तरह के हितों के टकराव मामले में शामिल नहीं थे। लक्ष्मण, सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली के साथ क्रिकेट सलाहाकर समिति (सीएसी) का हिस्सा थे, जिसने अनिल कुंबले को क्रिकेट टीम का मुख्य कोच बनाने की सिफारिश की थी। ऐसी खबरें हैं कि लक्ष्मण, अनिल कुंबले की कंपनी टेनविक स्पोर्ट्स एजूकेशन प्राइवेट लीमिटेड के शेयरधारक हैं।
बीसीसीआई द्वारा जारी किए गए बयान के अनुसार लक्ष्मण ने उन्हें सूचित कर दिया था कि उन्होंने टेनविक स्पोर्ट्स में अपने पांच प्रतिशत शेयर मार्च में बेच दिए थे। लक्ष्मण ने इस बात को साफ कर दिया था कि वह अब कंपनी में किसी भी तरह के शेयरधारक नहीं हैं और न ही उनके पास कंपनी का कोई भी आधिकारिक और अनाधिकारिक पद है।
बीसीसीआई ने बयान में कहा है, "बीसीसीआई यह बताना चाहती है कि टीम के मुख्य कोच चुनने के लिए समिति के गठन से पहले वीवीएस लक्ष्मण ने कंपनी में अपनी वर्तमान और पिछली स्थिति साफ कर दी थी।"