महमुदुल्लाह ने छोड़ी इंटरनेशनल क्रिकेट की दुनिया, आखिरी पोस्ट में बेटे रायद का किया जिक्र
बांग्लादेश क्रिकेट के सीनियर ऑलराउंडर महमुदुल्लाह ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। बुधवार, 12 मार्च को उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक इमोशनल पोस्ट साझा करते हुए यह खबर दी।

बांग्लादेश क्रिकेट के सीनियर ऑलराउंडर महमुदुल्लाह ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। बुधवार, 12 मार्च को उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक इमोशनल पोस्ट साझा करते हुए यह खबर दी। 39 साल के महमुदुल्लाह ने करीब दो दशकों तक बांग्लादेश टीम का प्रतिनिधित्व किया और 430 इंटरनेशनल मुकाबले खेले। उनके इस सफर में कई यादगार लम्हे शामिल हैं, लेकिन सबसे खास यह रहा कि वह वनडे वर्ल्ड कप में तीन शतक लगाने वाले बांग्लादेश के इकलौते बल्लेबाज़ हैं—दो शतक 2015 में और एक 2023 वर्ल्ड कप में आया था।
फेसबुक पोस्ट में झलकी भावनाएं
महमुदुल्लाह ने अपनी पोस्ट में लिखा, "मैंने इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायर होने का फैसला किया है। सभी टीममेट्स, कोचेस और खासतौर पर फैन्स का दिल से शुक्रिया, जिन्होंने हमेशा मेरा साथ दिया। माता-पिता, ससुरालवालों और खासतौर पर अपने भाई इमदाद उल्लाह का भी धन्यवाद, जिन्होंने बचपन से अब तक मेरे कोच और मेंटर की भूमिका निभाई।"
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आगे उन्होंने लिखा, "मेरी पत्नी और बच्चों का भी शुक्रिया, जिन्होंने हर मोड़ पर मुझे सहारा दिया। मुझे पता है कि मेरा बेटा रायद मुझे बांग्लादेश की लाल-हरी जर्सी में मिस करेगा। हर कहानी का परफेक्ट एंडिंग नहीं होता, लेकिन जिंदगी में आगे बढ़ना होता है। बांग्लादेश टीम और क्रिकेट के लिए मेरी शुभकामनाएं।"
महमुदुल्लाह ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मुकाबला न्यूजीलैंड के खिलाफ हाल ही में खत्म हुए चैंपियंस ट्रॉफी में खेला था। इसके बाद से ही उनके और उनके साथी खिलाड़ी मुशफिकुर रहीम के टीम में बने रहने को लेकर चर्चा तेज हो गई थी। रहीम ने हाल ही में वनडे से संन्यास लिया और अब महमुदुल्लाह ने भी उनके नक्शे-कदम पर चलते हुए अपना इंटरनेशनल करियर खत्म कर दिया।
महज एक खिलाड़ी के तौर पर नहीं, बल्कि बांग्लादेश क्रिकेट के एक मजबूत स्तंभ के रूप में महमुदुल्लाह ने अपनी पहचान बनाई। 50 टेस्ट, 239 वनडे और 141 टी20 मुकाबलों में उनका अनुभव बांग्लादेश टीम के लिए अनमोल रहा। खास बात यह रही कि उन्होंने मार्च 2025 के बाद खुद को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर रखने की अपील भी बीसीबी से की थी।
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महज आंकड़ों से कहीं आगे जाकर महमुदुल्लाह का सफर बांग्लादेश क्रिकेट में प्रेरणा का स्रोत रहेगा। चाहे मुश्किल हालात में टीम को संभालना हो या बड़े टूर्नामेंट में अहम पारियां खेलनी हों—महमुदुल्लाह हर चुनौती में टीम के लिए खड़े नजर आए। अब जबकि उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया है, फैंस उन्हें जरूर मिस करेंगे।