कप्तान के मुरीद हुए रिद्धिमान साहा, बोले- 'किसी ने भरोसा नहीं किया, तब हार्दिक ने कहा आप ओपनिंग करोगे'
रिद्धिमान साहा को गुजरात टाइटंस ने मेगा ऑक्शन के दूसरे दिन 1.9 करोड़ रुपये में खरीदा था।
भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज़ रिद्धिमान साहा के लिए बिता समय इंटरनेशनल क्रिकेट में कुछ खास नहीं रहा है। पहले उन्हें भारतीय टीम में जगह नहीं मिली, फिर उनका जर्नलिस्ट के साथ हुआ विवाद सामने आया और अब उनका CAB के साथ मतभेद हुआ है। हालांकि इसके बीच एक शख्स ऐसे भी हैं जिन्होंने साहा का साथ कभी नहीं छोड़ा और उन पर भरपूर भरोसा जताया। वह कोई और नहीं बल्कि गुजरात टाइटंस के कप्तान हार्दिक पांड्या हैं।
रिद्धिमान साहा ने आईपीएल 2022 का सीज़न खत्म होने के बाद गुजरात टाइटंस के कप्तान हार्दिक पांड्या की तारीफों में पुल बांधे हैं और खुलासा करते हुए बताया है कि जब किसी ने उन पर भरोसा नहीं किया तब हार्दिक ने उन्हें सलामी बल्लेबाज़ी की जिम्मेदारी सौंपी, जिसके बाद इस विकेटकीपर बल्लेबाज़ ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
Trending
साहा ने बंगाली डेली आनंदबाजार पत्रिका से बातचीत करते हुए कहा, 'हार्दिक ने उन सब खिलाड़ियों पर भरोसा किया जिन्हें अलग-अलग फ्रेंचाइज़ियों ने छोड़ दिया था, जिन पर किसी ने भी भरोसा नहीं किया। मैं मेगा ऑक्शन के पहले दिन अनसोल्ड रहा था। मुझे शुरुआत में मौके भी नहीं मिले। तब हार्दिक मेरे पास आए और बोले आपको सलामी बल्लेबाज़ी की जिम्मेदारी लेनी होगी। मुझे मेरा कॉन्फिडेंस वापस मिल गया था।' इस विकेटकीपर बल्लेबाज़ ने आगे कहा, 'हार्दिक ने मुझे खुद को साबित करने के लिए स्टेज दिया। मैं उसका योगदान कभी नहीं भूला सकता। वास्तव में टीम के हर खिलाड़ी ने अपनी ड्यूटी को बखूबी निभाया, जो कि एक चैंपियन टीम बनने के लिए जरूरी है।'
37 साल के साहा ने अपनी बात रखते हुए कहा, 'हार्दिक को एक टीम का नेतृत्व करना आता है। एक कप्तान का काम होता है कि सभी खिलाड़ियों के साथ कनेक्ट होना और उनका गेम समझना। वह पहले काफी बेचैन हुआ करते थे, लेकिन अब वह बिल्कुल बदल चुके हैं। वह ग्राउंड पर कभी अपना धैर्य नहीं खोते और सभी पर भरोसा करते हैं।'
गुजरात के विकेटकीपर बल्लेबाज़ ने यह भी बताया कि हार्दिक उनसे कहते थे कि उनका काम टीम को अच्छी शुरुआत देना है क्योंकि अगर ऐसा नहीं हुआ तो डगआउट पर प्रेशर बढ़ जाएगा। गौरतलब है कि रिद्धिमान साहा को गुजरात टाइटंस ने खरीदा जरूर था लेकिन वह उनके विकेटकीपर बैटर के तौर पर पहली पसंद नहीं थे, लेकिन मैथ्यू वेड के खराब प्रदर्शन के कारण साहा को मौके मिले।