पाकिस्तान क्रिकेट टीम से बाहर चल रहे तेज गेंदबाज हसन अली एक बार फिर से अपने नए बयान के चलते सुर्खियों में हैं। हसन अली ने खिलाड़ियों के इलाज में पक्षपात के लिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की आलोचना की है। अली का मानना है कि बाकी खिलाड़ियों के मुकाबले चोटिल सैम अयूब को पीसीबी द्वारा स्पेशल ट्रीटमेंट दिया गया।
हसन अली ने सवाल उठाया कि चोटिल बल्लेबाज सैम अयूब को रिहैब के लिए लंदन क्यों भेजा गया, जबकि अतीत में खुद सहित अन्य चोटिल खिलाड़ियों को ऐसी चिकित्सा देखभाल नहीं मिली। अल्ट्रा एज पॉडकास्ट पर अपनी निराशा व्यक्त करते हुए हसन ने कहा, "सैम अयूब चोटिल हैं और वो टीम का हिस्सा हैं। क्या मैं 2020 में भी टीम का सदस्य नहीं था? अगर कोई अन्य खिलाड़ी चोटिल हो जाता है, तो क्या वो टीम का हिस्सा नहीं होगा? क्या वो भारत के लिए खेलता है? अभी, वो उन्हें वीवीआईपी ट्रीटमेंट दे रहे हैं, लेकिन क्या वो अगली बार भी ऐसा ही करेंगे? नहीं, वो ऐसा नहीं करेंगे।"
अयूब को पाकिस्तान के साउथ अफ्रीका दौरे के दौरान दाहिने टखने में फ्रैक्चर हो गया था और वो आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर हो गए थे। वो फिलहाल लंदन में ठीक हो रहे हैं। हसन ने ये भी सवाल उठाया कि अगर भविष्य में अयूब फिर से चोटिल होते हैं तो क्या पीसीबी उन्हें वही विशेष उपचार प्रदान करेगा। अपनी आलोचना के बावजूद हसन ने अयूब के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और उम्मीद जताई कि वो पाकिस्तान की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
VVIP Treatment for Saim Ayub but why not the same for other players
— CricWick (@CricWick) February 17, 2025
Hasan Ali highlights unequal treatment pic.twitter.com/JNGSXDCqwN