कमजोर वेस्टइंडीज के खिलाफ दबदबा कायम रखने के इरादे से उतरेगा भारत
वेस्टइंडीज के खिलाफ कल से शुरू हो रही पांच वन डे क्रिकेट मैचों की सीरीज के जरिये
नई दिल्ली, 07 अक्टूबर (हि.स.) । वेस्टइंडीज के खिलाफ कल से शुरू हो रही पांच वन डे क्रिकेट मैचों की सीरीज के जरिये भारत अगले साल होने वाले विश्व कप से पहले सीमित ओवरों के क्रिकेट में अपना दबदबा कायम रखने के इरादे से उतरेगा।
इंडीज टीम को खलेगी नारायण की कमी
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भारतीय टीम के लिये वेस्टइंडीज कड़ी चुनौती नहीं होगी जिसका गेंदबाजी आक्रमण स्पिनर सुनील नारायण के नहीं खेलने से और कमजोर हुआ है।नारायण को चैंपियंस लीग टी20 टूर्नामेंट में अवैध गेंदबाजी एक्शन के कारण दौरे से बाहर कर दिया गया है। वहीं कैरेबियाई रन मशीन क्रिस गेल भी टीम में नहीं हैं। पहले एकदिलसीय पर पर बारिश का खतरा मंडरा रहा है हालांकि क्रिकेटप्रेमी इस मुकाबले का बेताबी से इंतजार कर रहे हैं। मेजबान टीम इस मैदान पर 1–0 की बढत बनाने के इरादे से उतरेगी जहां उसने जनवरी में ऑस्ट्रेलिया को नंबर वन के ताज से महरूम किया था।
भारत के लिए सीरीज काफी अहम
विश्व कप की तैयारी के नजरिये से भारत के लिये यह सीरीज काफी अहम है। महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली भारतीय टीम काफी संतुलित है हालांकि एकमात्र चिंता का सबब विराट कोहली का खराब फार्म है। चयनकर्ताओं ने घायल रोहित शर्मा की जगह मुरली विजय को चुना है लेकिन देखना यह है कि शिखर धवन के साथ पारी की शुरूआत वह करते हैं या अजिंक्य रहाणे।
विराट के लिये यह फार्म में लौटने का सुनहरा मौका है। सुरेश रैना, अंबाती रायुडू और धोनी के रहते मध्यक्रम मजबूत लग रहा है। गेंदबाजी में मोहित शर्मा अच्छे फार्म में हैं जिन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स के लिये विकेट लिये हैं। उनके अलावा भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी और उमेश यादव भारतीय तेज आक्रमण का जिम्मा संभालेंगे जबकि स्पिन का दारोमदार अमित मिश्रा और रविंद्र जडेजा पर होगा। यह देखना होगा कि 19 बरस के स्पिनर कुलदीप यादव को मौका मिलता है या नहीं। दूसरी ओर वेस्टइंडीज को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा जिसने हाल ही में बांग्लादेश को हराया है। वेस्टइंडीज के 15 में से सात खिलाड़ी आईपीएल और चैम्पियंस लीग में खेलने के कारण यहां के हालात से बखूबी वाकिफ हैं जिसका फायदा मिलेगा। पिछले नवंबर में डेरेन सैमी की जगह ड्वेन ब्रावो को कप्तानी सौंपी गई थी जिनका पहला अनुभव बहुत खराब रहा। वह इस बार भारत को उसकी सरजमीं पर कड़ी चुनौती देने के लिये सटीक रणनीति बनाने में जुटे होंगे। उन्हें सैमी, डेरेन ब्रावो और कीरोन पोलार्ड जैसे बल्लेबाजों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी। गेंबाजी में जेरोम टेलर 100 वनडे विकेट से दो विकेट दूर हैं। उनकी वापसी से तेज आक्रमण मजबूत हुआ है। केमार रोच और रवि रामपाल भी टीम में हैं। स्पिन में नारायण की कमी टीम को खलेगी जिससे सुलेमान बेन पर दबाव बन जायेगा।
हिन्दुस्थान समाचार/सुनील/अनूप