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राज बावा ने शिखर धवन को पछाड़कर भारत के लिए खेली U-19 World Cup इतिहास की सबसे बड़ी पारी,दादा ने जीता था ओलंपिक गोल्ड

युवा भारतीय बल्लेबाज राज बावा (Raj Bawa) ने शनिवार (22 जनवरी) को युगांडा के खिलाफ ब्रायन लारा स्टेडियम में आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप के मुकाबले के दौरान तूफानी खेलकर इतिहास रच दिया। बावा ने अपनी पारी से शिखर धवन (Shikhar...

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राज बावा ने शिखर धवन को पछाड़कर भारत के लिए खेली U-19 World Cup इतिहास की सबसे बड़ी पारी,दादा ने जीत
राज बावा ने शिखर धवन को पछाड़कर भारत के लिए खेली U-19 World Cup इतिहास की सबसे बड़ी पारी,दादा ने जीत (Image Source: BCCI)
Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
Jan 22, 2022 • 11:05 PM

युवा भारतीय बल्लेबाज राज बावा (Raj Bawa) ने शनिवार (22 जनवरी) को युगांडा के खिलाफ ब्रायन लारा स्टेडियम में आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप के मुकाबले के दौरान तूफानी खेलकर इतिहास रच दिया। बावा ने अपनी पारी से शिखर धवन (Shikhar Dhawan) के 18 साल पुराने रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया।  

Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
January 22, 2022 • 11:05 PM

बावा ने 108 गेंदों का सामना करते हुए 14 चौकों और 8 छक्कों की मदद से नाबाद 162 रन बनाए। अंडर-19 वर्ल्ड कप के इतिहास में यह किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा खेली गई सबसे बड़ी पारी है। इससे पहले यह रिकॉर्ड शिखर धवन के नाम था, उन्होंने 2004 अंडर-19 वर्ल्ड कप के दौरान स्कॉटलैंड के खिलाफ ढाका में खेले गए मुकाबले में नाबाद 155 रनों की वारी खेली थी। अंडर-19 वर्ल्ड कप इतिहास में सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारी खेलने का रिकॉर्ड श्रीलंका के हसीता बोयागोडा के नाम है, जिन्होंने टूर्नामेंट के पिछले संस्करण में केन्या के खिलाफ 191 रनों की पारी खेली थी। 

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एक मैच में सबसे ज्यादा छक्के

भारत के लिए अंडर-19 वर्ल्ड कप के एक मुकाबले में सबसे ज्यादा छक्के जड़ने का रिकॉर्ड भी राज बावा ने अपने नाम कर लिए हैं। बावा ने इस मुकाबेल में आठ छक्के जड़े। इससे पहले उनमुक्त चंद ने 2012 अंडर-19 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी पारी में छह छक्के जड़े थे। 

राज बावा के दादा ने जीता था ओलंपिक गोल्ड

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राज बावा के परिवार का लंबे समय से खेलों से नाता रहा है। उनके पिता सुखविंद्र सिंह बावा युवराज सिंह समेत कई बड़े क्रिकेटर्स को कोचिंग दे चुके हैं। 
राज के दादा स्वर्गीय तरलोचन सिंह बावा हॉकी के प्रख्यात खिलाड़ी थे और 1948 लंदन ओलिंपिक में गोल्ड जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे। साल 1952 में वह टीम के कप्तान भी बने थे। 

बता दें कि इस मुकाबले में बावा के अलावा ओपनिंग बल्लेबाज अंगक्रिश रघुवंशी ने 120 गेंदों में 22 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 144 रनों की पारी खेली। जिसकी बदौलत भारत ने निर्धारित 50 ओवरों में 5 विकेट के नुकसान पर 405 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया।

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