VIDEO: '1 घंटा है जिसको जितने रन बनाने हैं बना लो', ऋषभ पंत ने किया रोहित के Declaration मैसेज का खुलासा
बांग्लादेश के खिलाफ दूसरी पारी में शतक बनाने वाले ऋषभ पंत ने मैच के बाद रोहित शर्मा के डेक्लेरेशन मैसेज के बारे में खुलासा किया।
भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज़ ऋषभ पंत ने चेन्नई में बांग्लादेश के खिलाफ दूसरी पारी में धमाकेदार शतक लगाकर टेस्ट क्रिकेट में वापसी की। इस विकेटकीपर-बल्लेबाज ने 128 गेंदों पर 109 रन बनाए और शुभमन गिल के साथ 167 रनों की साझेदारी की, जिससे भारत ने मेहमान टीम को 515 रनों का विशाल लक्ष्य दिया और अंत में भारतीय टीम ने 280 रनों से पहला टेस्ट जीत लिया।
पंत पहले टेस्ट के तीसरे दिन बांग्लादेशी गेंदबाजों की जमकर कुटाई कर रहे थे और पहले सत्र के अंत तक 108 गेंदों पर 82 रन बना चुके थे। लंच ब्रेक के बाद पंत ने अपनी लय बदली और 16 गेंदों पर 18 रन बनाकर अपना छठा टेस्ट शतक बनाया। भारत की जीत के बाद प्रसारकों से बात करते हुए पंत ने स्वीकार किया कि पारी की शुरुआत में उन्होंने रक्षात्मक खेल खेला क्योंकि वो अपना विकेट नहीं गंवाना चाहते थे। तीसरे दिन लंच ब्रेक के बाद जब उनसे टी-20 मोड के बारे में पूछा गया तो विकेटकीपर बल्लेबाज ने खुलासा किया कि उनके कप्तान ने उन्हें क्या बताया था।
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पंत ने कहा, "जब हम लंच के लिए आए तो पारी घोषित करने के बारे में चर्चा चल रही थी। रोहित भाई ने कहा, ‘1 घंटा और खेलने को देखेंगे, जिसको जितना रन बनाना है बना लो।’ इसलिए मैं तेजी से रन बनाने की मानसिकता के साथ लौटा। क्या पता 150 बन जाए।’
Rishabh pant bodied all haters who trolled Rohit sharma for not giving enough time to kl Rahul at the crease
— (@Gill_era7) September 22, 2024
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भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने भी पंत की शानदार पारी की तारीफ की। मैच के बाद रोहित ने कहा कि टीम प्रबंधन को हमेशा पंत पर भरोसा था और वो दो साल के अंतराल के बाद उसे खेलने का मौका देना चाहते थे। रोहित ने कहा, "वो वाकई बहुत मुश्किल दौर से गुजरा है। जिस तरह से उसने खुद को मुश्किल दौर से निकाला, वो देखने लायक था। वो आईपीएल में वापस आया, उसके बाद एक बहुत ही सफल वर्ल्ड कप खेला और ये वो प्रारूप है जिसे वो सबसे ज्यादा पसंद करता है। हमारे लिए, ये कभी नहीं था कि वो बल्ले से क्या करने जा रहा है, हम हमेशा जानते थे कि वो बल्ले से और दस्तानों से क्या कर सकता है। ये सिर्फ उसे खेलने का समय देने के बारे में था। उसे भी श्रेय जाता है, वो दलीप ट्रॉफी खेलने गया और इस टेस्ट मैच के लिए तैयार हुआ और खेल में सीधे प्रभाव डाला।"