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WATCH: 'वहीं, उन्हें मारके आओ', शोएब अख्तर ने बोले भारत के लिए बिगड़े बोल

पाकिस्तान के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ शोएब अख्तर ने चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर चल रहे विवाद पर अपना रुख साफ किया है। उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान को भारत जाना चाहिए और उन्हें वहीं जाकर हराना चाहिए।

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WATCH: 'वहीं, उन्हें मारके आओ', शोएब अख्तर ने बोले भारत के लिए बिगड़े बोल (Image Source: Google)
Shubham Yadav
By Shubham Yadav
Dec 02, 2024 • 12:09 PM

आईसीसी  चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को लेकर पाकिस्तान और भारत में खींचतान जारी है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने पड़ोसी देश में टीम भेजने से साफ इनकार कर दिया है। वहीं, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड हाइब्रिड मॉडल के पक्ष में नहीं है। आईसीसी ने पाकिस्तान को हाइब्रिड मॉडल स्वीकार न करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है।

Shubham Yadav
By Shubham Yadav
December 02, 2024 • 12:09 PM

रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीसीबी के भी इस पर अमल करने की संभावना है, लेकिन वो 2031 तक भारत में खेले जाने वाले आईसीसी टूर्नामेंटों के लिए भी यही फॉर्मूला मांगेंगे। पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने हाल के घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया दी है। वो भारत के खिलाफ मैचों का बहिष्कार करने के पक्ष में नहीं हैं। अख्तर ने तीखे शब्दों में कहा है कि पाकिस्तान को भारत जाना चाहिए और उन्हें उन्हीं के घर में जाकर हराना चाहिए।

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अख्तर ने एक पाकिस्तानी टीवी चैनल पर बोलते हुए कहा, “बयानों से लोगों की छवि खराब होती है। आपको मैचों की मेजबानी के लिए पैसे मिल रहे हैं और रेवेन्यू जेनरेट होने के भी मौके हैं। ये ठीक है और हम सभी इसे समझते हैं। पाकिस्तान का रुख भी सही है। एक बार जब आप चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी करने में सक्षम हो जाते हैं और वो (भारत) नहीं आते हैं। उन्हें रेवेन्यू को अधिक कीमत पर साझा करना होगा। जब आने वाले समय में भारत में खेलने की बात आती है, तो हमें वहां जाना चाहिए और उन्हें उन्हीं के घर में जाकर हराना चाहिए। हमें दोस्ती का हाथ बढ़ाना चाहिए।"

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आगे बोलते हुए शोएब अख्तर ने कहा, "मोहसिन (नकवी) एक महान व्यक्ति हैं और हमने उनके इरादे देखे हैं। स्टेडियम तैयार हो रहे थे। मुझे अब यकीन नहीं था कि हम ऐसा कर पाएंगे। ऐसा लगता है कि काम समय पर पूरा हो जाएगा। मेरा मानना ​​है कि हाइब्रिड मॉडल पर बहुत पहले ही हस्ताक्षर हो चुके थे। ये आम बयान होते रहते हैं।"

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