16 साल की उम्र में डेब्यू लेकिन विवादों से घिरा रहा इस दिग्गज क्रिकेटर का करियर
Ambati Rayudu: गुस्सा एक ऐसी बुराई है, जिसकी वजह से सभी अच्छे गुणों का महत्व खत्म हो जाता है। ये खुद के पैर पर कुल्हाड़ी मारने जैसा है। यकीन न हो तो एक बार अंबाती रायडू के क्रिकेट करियर पर
Ambati Rayudu: गुस्सा एक ऐसी बुराई है, जिसकी वजह से सभी अच्छे गुणों का महत्व खत्म हो जाता है। ये खुद के पैर पर कुल्हाड़ी मारने जैसा है। यकीन न हो तो एक बार अंबाती रायडू के क्रिकेट करियर पर नजर डाल लीजिए। भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर अंबाती रायडू आज अपना 39वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस बल्लेबाज ने 16 साल की उम्र में डेब्यू किया था लेकिन उनकी पारी लंबी नहीं रही और इसकी वजह है उनका गुस्सा।
डेब्यू में देरी, टीम के साथ मतभेद, बीसीसीआई से पंगा और खिलाड़ियों के साथ तीखी नोकझोंक। हर बार उनका गुस्सा उनकी सबसे बड़ी कमजोरी बनी। हाल ये था कि वह अपने खेल से ज्यादा सुर्खियों में अपने गुस्से की वजह से ही रहते थे। हालांकि, वक्त के साथ उनका ये मिजाज काफी हद तक बदला। इसके बाद उन्होंने टीम इंडिया के साथ-साथ अपनी आईपीएल टीम पहले मुंबई और फिर चेन्नई सुपर किंग्स के साथ एक यादगार सफर तय किया।
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वे लंबे समय तक भारत के लिए नंबर चार की पोजीशन के लिए एक परफेक्ट दावेदार थे। साल 2019 वनडे विश्व कप से पहले तक रायडू टीम इंडिया के अहम खिलाड़ी थे। लेकिन विश्व कप में उनका चयन नहीं किया गया, जिसके बाद से ही उनके करियर के मुख्य विवादों ने जन्म ले लिया और उनका अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट का सफर थम गया।
रायडू के लिए एक बात यह भी कही जाती है कि अगर उनका करियर लंबा रहता तो उनकी गिनती आज धोनी और विराट जैसे दिग्गजों में की जाती। विश्व कप में चयन नहीं होने के कारण नाराज इस क्रिकेटर ने सोशल मीडिया पर ऐसे कई पोस्ट किए जिसने बीसीसीआई पर सवाल उठाए। इस दौरान उन्होंने संन्यास का भी ऐलान किया था लेकिन बाद में उन्होंने अपना फैसला बदला भी था।
वे लंबे समय तक भारत के लिए नंबर चार की पोजीशन के लिए एक परफेक्ट दावेदार थे। साल 2019 वनडे विश्व कप से पहले तक रायडू टीम इंडिया के अहम खिलाड़ी थे। लेकिन विश्व कप में उनका चयन नहीं किया गया, जिसके बाद से ही उनके करियर के मुख्य विवादों ने जन्म ले लिया और उनका अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट का सफर थम गया।
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Article Source: IANS