भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और अपनी कप्तानी में 1983 का विश्व कप जिताने वाले कपिल देव ने भारत की तरफ से सर्वाधिक 434 टेस्ट विकेटों के साथ 23 मार्च 1994 को संन्यास लिया था। उस समय माना गया था कि कपिल देव का यह रिकॉर्ड मुश्किल ही टूटेगा। क्रिकेट में हर रिकॉर्ड कभी-न-कभी टूटने के लिए बनता है। कपिल देव के रिकॉर्ड को उनके संन्यास के ठीक दस साल बाद अनिल कुंबले ने तोड़ दिया।
भारतीय टीम 2004 में बांग्लादेश के दौरे पर थी। 10 दिसंबर को ढाका में पहला टेस्ट शुरू हुआ और 13 दिसंबर को समाप्त हुआ। इस टेस्ट में भारतीय टीम ने पारी और 140 रन से जीत दर्ज की थी।
भारतीय टीम की जीत के साथ-साथ यह टेस्ट अनिल कुंबले द्वारा कपिल देव के सर्वाधिक टेस्ट विकेटों का रिकॉर्ड तोड़ने के लिए जाना जाता है। ढाका टेस्ट के पहले ही दिन मोहम्मद रफीक के रूप में कुंबले ने अपना 435वां टेस्ट विकेट लिया। पारी में कुंबले ने 2 और कुल 4 विकेट लिए थे।