भारत में जिन खेलों की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है, उनमें बैडमिंटन सबसे प्रमुख है। देश को कॉमनवेल्थ और ओलंपिक जैसे अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर बैडमिंटन में पदक प्राप्त हुए हैं। इसी वजह से गांव से लेकर मेट्रो शहरों तक बैडमिंटन का फैलाव पिछले 10 सालों में तेजी से हुआ है।
पीवी सिंधु, सायना नेहवाल, और लक्ष्य सेन के मैच दर्शक टेलीविजन पर देखना चाहते हैं। ये खिलाड़ी लोकप्रियता में क्रिकेटरों को टक्कर देते हैं। मौजूदा समय में बैडमिंटन की जो भी स्थिति है, उसे और भी बेहतर बनाया जा सकता है। इसके लिए जरूरी है कि युवा खिलाड़ियों को आर्थिक रूप से सबल बनाया जाए।
बैडमिंटन खिलाड़ियों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने और उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी सफलता हासिल करने में सहयोग के लिए ही 2013 में इंडियन बैडमिंटन लीग (आईबीएल) की शुरुआत की गई थी। 2016 में इस लीग को प्रीमियर बैडमिंटन लीग (पीबीएल) के नाम से फिर लांच किया गया। पीबीएल बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (बीएआई) द्वारा प्रबंधित है और दुनिया की शीर्ष बैडमिंटन लीग में शुमार की जाती है।