ईडन की हरी विकेट को देखकर हैरान था: प्रवीण कुमार
कोलकाता, 9 मई (Cricketetnmore): गुजरात लॉयन्स के तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार ने कहा कि ईडन गार्डन्स स्टेडियम में ताजातरीन घास वाली पिच को देखकर उनकी टीम को सुखद आश्चर्य हुआ था। उन्होंने इसका फायदा उठाते हुए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल)
कोलकाता, 9 मई (Cricketetnmore): गुजरात लॉयन्स के तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार ने कहा कि ईडन गार्डन्स स्टेडियम में ताजातरीन घास वाली पिच को देखकर उनकी टीम को सुखद आश्चर्य हुआ था। उन्होंने इसका फायदा उठाते हुए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में रविवार को हुए मुकाबले में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) को पांच विकेट से हरा दिया। रविवार रात हुए मुकाबले में कुमार की बेहतरीन स्विंग गेंदबाजी ने केकेआर की बल्लेबाजी की रीढ़ शुरू में तोड़ दी थी। एक समय टीम का स्कोर चार विकेट पर महज 24 रन था।
केकेआर की इस लड़खड़ाती पारी को शाकिब अल-हसन और यूसुफ पठान की नाबाद साझेदारी ने संभाला, लेकिन फिर भी गुजरात ने टीम को 158 के कुल स्कोर पर ही रोक दिया। कुमार ने 19 रन देकर दो विकेट चटकाए थे।
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लक्ष्य का पीछा करने उतरी गुजरात की टीम ने काफी आसानी से जीत हासिल कर ली और केकेआर को पांच विकेट से मात दी।
मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कुमार ने कहा, "हम विकेट को देखकर थोड़ा हैरान थे। हम इसमें घुमाव और बाउंस की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन इसमें हल्की उगी घास के कारण थोड़ा अंतर नजर आया। हमने सही क्षेत्र में गेंदबाजी की और इससे हमें विकेट हासिल करने में काफी मदद मिली।"
कुमार से जब पूछा गया कि तीन हार के बाद जीत की राह पर वापसी करने वाली गुजरात टीम के लिए रविवार को हुए मुकाबले में क्या टॉस जीतने ने अहम भूमिका निभाई, तो उन्होंने कहा, "टॉस मायने नहीं रखता। आप हारें या जीतें, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। महत्वपूर्ण यह है कि आप 100 प्रतिशत दें। अगर आप अच्छा खेल रहे हैं, तो निश्चित तौर पर आप अंक तालिका में आगे बढ़ेंगे, सनराइजर्स हैदराबाद की तरह।"
कुमार ने गुजरात फ्रेंचाइजी को उन पर भरोसा करने के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि उनकी कोशिश हमेशा अपना बेहतरीन देने की होती है।
भारतीय टीम में वापसी के लिए सही समय के बारे में बयान देने से बचते हुए कुमार ने कहा, "मैं एक आसान सा फंडा अपनाता हूं। मैं केवल अपने प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित करता हूं, मेहनत कर जीतने की कोशिश करता हूं और यही मेरा काम है। मैं नहीं सोचता कि दूसरे क्या कहते और करते हैं।"
एजेंसी