IPL नियमों में बदलाव: टॉस के बाद टीमें अपनी एकादश की घोषणा करेंगी
आगामी आईपीएल में टीमों के कप्तान टॉस के बाद अपनी फाइनल एकादश घोषित कर सकते हैं। टॉस के लिए वे दो अलग-अलग टीम शीट के साथ जाएंगे। पिछले सीजन के लिहाज
आगामी आईपीएल में टीमों के कप्तान टॉस के बाद अपनी फाइनल एकादश घोषित कर सकते हैं। टॉस के लिए वे दो अलग-अलग टीम शीट के साथ जाएंगे। पिछले सीजन के लिहाज से देखें, तो यह आईपीएल नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव है। इसे जल्दी ही टीमों के साथ शेयर किया जाएगा। आईपीएल ने एक आंतरिक नोट में कहा कि कई नियमों में बदलाव किए गए हैं। इस बदलाव से फ्ऱैंचाइजि़यों को अपनी सर्वश्रेष्ठ एकादश चुनने में मदद मिलेगी। भले ही वे पहले बल्लेबाजी या पहले गेंदबाजी का फैसला करें। आगामी सीजन में इम्पैक्ट प्लेयर नियम भी लागू होगा।
उस नोट में कहा गया है, अभी कप्तानों को टॉस से पहले टीम में बदलाव करना होता है। इस नियम को टॉस के तुरंत बाद टीम में बदलाव करने के लिए बदल दिया गया, ताकि टीमें ये देखकर कि वे पहले बल्लेबाजी कर रही हैं या गेंदबाजी, उसके अनुसार सर्वश्रेष्ठ एकादश चुन सकें। यह टीमों को इम्पैक्ट प्लेयर के लिए योजना बनाने में भी मदद करेगा।
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इस तरह से एसए20 के बाद आईपीएल दूसरा टी20 फ्ऱैंचाइजी टूर्नामेंट बन गया है, जिसमें टीमें टॉस के बाद अपने एकादश की घोषणा कर सकती हैं। हाल ही में खेले गए एसए20 के उद्घाटन सीजन में टीमों ने टॉस के बाद अपने अंतिम एकादश की घोषणा करने से पहले टीम शीट में 13 नाम रखे थे। एसए20 के टूर्नामेंट डायरेक्टर और दक्षिण अफ्ऱीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ ने उस समय कहा था कि इस कदम को टॉस के प्रभाव को कम करने के लिए डिजाइन किया गया था और एक समान खेल की परिस्थितियों की अनुमति दी गई थी।
आईपीएल ने अब इसी सोच को अपनाया है। इससे ओस के प्रभाव को बेअसर करने में मदद मिलेगी। आमतौर पर भारत के कुछ वेन्यूज पर बाद में गेंदबाजी करने वाली टीमों को ओस से जूझना पड़ा है।
वहीं टॉस अभी भी मायने रखता है। नए नियम के आने से विशेष परिस्थितियों में टॉस जीतो, मैच जीतो वाला मामला नहीं होना चाहिए। उदाहरण के लिए, अगर कोई टीम पहले बल्लेबाजी करना चाहती है और फिर स्पिनरों की मददगार परिस्थितियों में अपने स्कोर का बचाव करना चाहती है। लेकिन अगर उसे पहले गेंदबाजी के लिए बुलाया जाता है तो वह अपने शुरूआती एकादश में एक अतिरिक्त स्पिनर खिला सकती है और फिर रन चेज में किसी विशेषज्ञ गेंदबाज की जगह बल्लेबाज को ला सकती है।
आईपीएल ने अब इसी सोच को अपनाया है। इससे ओस के प्रभाव को बेअसर करने में मदद मिलेगी। आमतौर पर भारत के कुछ वेन्यूज पर बाद में गेंदबाजी करने वाली टीमों को ओस से जूझना पड़ा है।
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