Cricket Rules: वो 3 नियम जिनमें होने चाहिए बदलाव, मजा हो जाएगा दोगुना
आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताएंगे क्रिकेट के उन तीन क्रिकेट नियमों के बारे में जिनमें बदलाव होने चाहिए।
हर खेल को सही तरीके से खेलने या कहें चलाने के लिए कुछ नियम बनाए जाते हैं, क्रिकेट में भी ऐसा ही है। लेकिन आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताएंगे क्रिकेट के उन तीन नियमों के बारे में जिनमें बदलाव होने चाहिए। अगर इन नियमों में भविष्य में बदलाव देखने को मिलते हैं तो ऐसे में इस खेल का मज़ा दोगुना हो सकता है।
टेस्ट में नो बॉल और फ्री हिट (Free Hit in Test Cricket)
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वनडे और टी20 क्रिकेट में जब-जब एक गेंदबाज़ नो बॉल डिलीवर करता है तो अगली गेंद पर बैटिंग टीम को फ्री हिट मिलती है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में ऐसा नहीं है।
टेस्ट क्रिकेट में एक गेंदबाज़ कितनी भी नो बॉल कर सकता है जिसकी उन्हें सजा नहीं मिलती। (हालांकि अगर यहां गेंदबाज़ को विकेट मिलता है तो बल्लेबाज़ आउट नहीं होता।) यही वजह है टेस्ट क्रिकेट में गेंदबाज़ों को ज्यादा नो बॉल करते हुए देखा गया है। ऐसे में अब इस नियम में बदलाव किया जा सकता है जिससे खेल में रोमांच बढ़ेगा।
50 ओवर क्रिकेट में दो नई गेंद (2 New Balls in One Day Cricket)
वनडे क्रिकेट में नए नियमों के तहत एक टीम को दो नई गेंद दी जाती है। क्रिकेट पंडितों का मानना है कि दो नई गेंदों के कारण अब तेज गेंदबाजों को वनडे क्रिकेट में रिवर्स स्विंग मिलना खत्म हो चुका है। रिवर्स स्विंग पेस बॉलर की ताकत होती है जिसके दम पर वह डेथ ओवर्स में और भी ज्यादा ख़तरनाक हो जाते हैं, ऐसे में वनडे गेम में रिवर्स स्विंग को वापस लाने के लिए इस नियम में बदलाव हो सकता है।
अंपायर कॉल (Umpire's call in DRS)
क्रिकेट के मैदान पर आज एक खिलाड़ी अंपायर के फैसले को चुनौती दे सकता है। मैदानी अंपायर भी मुश्किल समय में फैसला लेने के लिए थर्ड अंपायर की मदद लेते हैं, लेकिन इसी बीच डीआरएस के दौरान अंपायर कॉल, रिव्यू लेने वाली टीम के खिलाफ जाता है। ऐसे में अब इस नियम में बदलाव करके खिलाड़ियों के साथ न्याय किया जा सकता है।