T20 वर्ल्ड कप में इन 2 कारणों से हुआ टीम इंडिया का बंटाधार
आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप 2021 में टीम इंडिया के निराशाजनक रूप से बाहर हो जाने से क्रिकेट फैंस काफी नाराज़ हैं। टीम इंडिया के फैंस खिलाड़ियों को सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल कर रहे हैं लेकिन क्या आप जानते हैं
आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप 2021 में टीम इंडिया के निराशाजनक रूप से बाहर हो जाने से क्रिकेट फैंस काफी नाराज़ हैं। टीम इंडिया के फैंस खिलाड़ियों को सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल कर रहे हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि टूर्नामेंट से टीम इंडिया के बाहर होने के सबसे बड़े कारण क्या हैं। चलिए हम आपको इस आर्टिकल के ज़रिए बताते हैं कि टीम इंडिया के लीग स्टेज से बाहर होने के पीछे दो बड़े कारण कौन से थे।
1. टूर्नामेंट का शेड्यूल बना हार का कारण
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किसी भी टूर्नामेंट का शेड्यूल ऐसा नहीं होने वाला चाहिए कि वो किसी टीम के एलिमिनेशन का कारण बन जाए, लेकिन टीम इंडिया के मामले में, ये एक बड़ा कारण साबित हुआ। भारत का पहला मैच 24 अक्टूबर को अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ था। लेकिन दुर्भाग्य से, टीम इंडिया को इस मैच में निराशाजनक हार का सामना करना पड़ा।
इस हार के बाद टीम इंडिया को न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने दूसरे मैच के लिए एक हफ्ते का इंतजार करना पड़ा और ये इंतज़ार विराट एंड कंपनी के लिए काफी घातक साबित हुआ और इसके बाद कीवी टीम ने भी टीम इंडिया को लगातार दूसरी हार का स्वाद चखा दिया। पहली हार के बाद टीम इंडिया पर सोशल मीडिया ने इतना दबाव बना दिया कि दूसरे मैच का इंतज़ार खिलाड़ियों पर दबाव बढ़ाता ही जा रहा था।
ये वही पल था जहां बेतुकी शेड्यूलिंग भारत के पक्ष में नहीं गई। जब तक भारत ने ब्लैककैप्स के खिलाफ टूर्नामेंट का अपना दूसरा मैच खेला, तब तक पाकिस्तान पहले ही तीन मैच खेल चुका था और लगातार तीन मैच जीत चुका था। ऐसे में शेड्यूलिंग टीम इंडिया के बाहर होने का सबसे बड़ा कारण साबित हुई।
2. टीम सेलेक्शन
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टी 20 वर्ल्ड कप 2021 के लिए चुनी गई भारतीय टीम को देखकर कई लोग चकित थे। आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों जैसे रुतुराज गायकवाड़, हर्षल पटेल और युजवेंद्र चहल भारत की टी 20 वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा नहीं थे। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ अपने मैच में रविचंद्रन अश्विन को भी बाहर रखा और ये फैसला बिल्कुल गलत साबित हुआ क्योंकि आखिरी तीन मैचों में अश्विन ने कमाल का प्रदर्शन किया और उन्होंने दिखा दिया कि अनुभव की कोई काट नहीं हो सकती।