IPL 2020: 3डी बायोमैकेनिकल स्क्रीनिंग नहीं बल्कि ऐसे किया जाएगा सुनील नारायण का गेंदबाजी टेस्ट
कोलकाता नाइट राइडर्स के ऑफ स्पिनर सुनील नरेन की एक बार फिर संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन को लेकर शिकायत हुई है। आईपीएल-13 में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ खेले गए मैच में उनके गेंदबाजी एक्शन की शिकायत की गई। नरेन को
कोलकाता नाइट राइडर्स के ऑफ स्पिनर सुनील नारायण की एक बार फिर संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन को लेकर शिकायत हुई है। आईपीएल-13 में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ खेले गए मैच में उनके गेंदबाजी एक्शन की शिकायत की गई।
नारायण को हालांकि इस माममे में राहत मिली है क्योंकि अब 3डी बायोमैकेनिकल स्क्रीनिंग टेस्ट देने के बजाय उनके गेंदबाजी एक्शन के वीडियो फुटेज का विशलेषण करने की जरूरत होगी।
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नारायण को हालांकि टूर्नामेंट में अपनी गेंदबाजी जारी रखने की अनुमति दी गई है, लेकिन नरेन के गेंदबाजी एक्शन के खिलाफ अगर एक और शिकायत आती है तो उन्हें आईपीएल-2020 में गेंदबाजी करने से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा और वह तब तक गेंदबाजी नहीं कर सकेंगे जब तक बीसीसीआई उनके गेंदबाजी एकशन को मंजूरी न दे दे।
हालांकि आईपीएल में फिलहाल संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन समिति नहीं है। बीसीसीआई ने कोविड-19 के कारण 3 डी बायोमैकेनिकल टेस्ट की जरूरत को समाप्त कर दिया है, जिसकी आमतौर पर आधिकारिक आकलन की जरूरत होती है।
आईपीएल संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन नीति 2020 के मुताबिक, नारायण के गेंदबाजी एक्शन की जांच हो सकती है।
क्लाज 4.2 के अनुसार, किसी भी खिलाड़ी के आधिकारिक आकलन करने के अनुरोध से पहले उसे अपनी गेंदबाजी एक्शन के 3 डी बायोमैकेनिकल टेस्ट के लिए आईसीसी से मान्यता प्राप्त क्रिकेट केंद्रों में जाने की आवश्यकता होती है। आईसीसी स्वीकृत क्रिकेट केंद्र खिलाड़ी के लिए इस तरह के विश्लेषण की एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेगा।
हालांकि बीसीसीआई ने कोविड-19 के कारण इस सीजन में 3 डी बायोमैकेनिकल टेस्ट की जरूरत को समाप्त कर दिया है।
क्लाज 4.2 की नीति के अनुसार, कोविड-19 स्थिति और संबंधित यात्रा और क्वारंटीन नियमों के कारण, आज की तारीख तक, जो कि आईपीएल 2020 के दौरान स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रोटोकॉल द्वारा निर्धारित किए गए हैं और भारत, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका में राष्ट्रीय सरकार के अधिकारियों द्वारा, यह लागू नहीं होगा। एसआरएएसएससी या अन्य आईसीसी स्वीकृत क्रिकेट केंद्र में भाग लेने के लिए एक खिलाड़ी के लिए संभव हो। तदनुसार, 2020 सीजन के लिए, गेंदबाज एक्शन के लिए 3 डी बायोमैकेनिकल टेस्ट को आधिकारिक मूल्यांकन के अनुरोध के साथ अस्थायी रूप से रोक दिया गया है।
श्री रामचंद्र विश्वविद्यालय आईसीसी की पांच अनुमोदित केंद्रों में से एक है। अन्य केंद्रों में, ब्रिस्बेन में राष्ट्रीय क्रिकेट केंद्र, लोफबोरो विश्वविद्यालय और प्रिटोरिया विश्वविद्यालय शामिल हैं।
आधिकारिक आकलन के लिए नरेन के पास बायोमैकेनिकल टेस्ट रिपोर्ट और एक वीडियो फुटेज नहीं होगा।
बीसीसीआई ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा, " नारायण के गेंदबाजी एक्शन के खिलाफ अगर एक और शिकायत आती है तो उन्हें आईपीएल-2020 में गेंदबाजी करने से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा और वह तब तक गेंदबाजी नहीं कर सकेंगे जब तक बीसीसीआई उनके गेंदबाजी एकशन को मंजूरी न दे दे।
हालांकि समस्या यह है कि आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंटों के होने के बावजूद यहां कोई संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन समिति नहीं है।