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सचिन के साथ तुलना के लिए कोहली को लंबा सफर तय करना होगा : रिचर्ड्स

दक्षिण अफ्रीका के महान बल्लेबाज बैरी रिचर्ड्स ने विराट कोहली की तुलना सचिन से करने पर कहा कि कोहली भारतीय टीम में अपने

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Virat Kohli Can't be Compared to Tendulkar Yet Say
Virat Kohli Can't be Compared to Tendulkar Yet Say ()
Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
Feb 24, 2015 • 05:55 PM

पर्थ/ नई दिल्ली, 24 फरवरी (CRICKETNMORE) । दक्षिण अफ्रीका के महान बल्लेबाज बैरी रिचर्ड्स ने विराट कोहली की तुलना सचिन से करने पर कहा कि कोहली भारतीय टीम में अपने समकक्ष बल्लेबाजों से कहीं बेहतर हैं लेकिन महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के साथ उनकी तुलना के लिए उन्हें अब भी लंबा सफर तय करना होगा।

Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
February 24, 2015 • 05:55 PM

रिचर्ड्स ने कहा, ‘‘इसमें कोई शक नहीं कि विराट कोहली मौजूदा भारतीय टीम में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज है। वह काफी प्रतिभावान है और ऐसा बल्लेबाज है जिसकी बल्लेबाजी देखने के लिए आप पैसे खर्च करने को तैयार हो। वह आज एबी डिविलियर्स के साथ विश्व क्रिकेट के शीर्ष बल्लेबाजों में शामिल है।’’ माना जाता है कि सर डोनाल्ड ब्रैडमेन रिचर्ड्स को दायें हाथ के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में शामिल करते थे और उन्हें जैक होब्स और लेन हटन की बराबरी का समझते थे।

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यह पूछने पर कि वह कोहली की तुलना में अजिंक्य रहाणे और शिखर धवन को कैसे आंकते हैं तो उन्होंने कहा, ‘‘तुलना का कोई कारण नहीं है। वे कोहली के करीब भी नहीं हैं। वह अपनी अलग लीग का हिस्सा है। वह जिस तरह पारी को आगे बढ़ाता है वह सबको पसंद है। अच्छे बल्लेबाज की सबसे अच्छी चीज यह है कि वह अपनी पारी की गति को नियंत्रण में रखता है और कोहली आसानी से ऐसा करता है। निश्चित तौर पर वह और बेहतर होगा।’’ दक्षिण अफ्रीका के 21 साल के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर होने से पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकमात्र टेस्ट सीरीज में रिचर्ड्स ने चार टेस्ट में 500 से अधिक रन बनाए थे।

रिचर्ड्स ने हालांकि कहा कि कोहली को तेंदुलकर से तुलना के लिए और बेहतर होना होगा। उन्होंने कहा, ‘‘तेंदुलकर के पास जितने शॉट थे वह असाधारण था जिसके लिए कोहली को अब भी काफी आगे जाना होगा।’’ रिचर्ड्स ने कहा, ‘‘तेंदुलकर जब बल्लेबाजी करता था तो वह गली और स्क्वायर लेग के बीच कहीं भी खेल सकता था, उसके पास इतने शॉट थे। जरूरत पड़ने पर वह दुनिया की सबसे तेज पिचों पर भी फ्रंट फुट पर खेल सकता था। कोहली के मामले में मैं उसे ऐसा बल्लेबाज मानता हूं जो शरीर के करीब खेलता है. वह गेंद को अपने पास आने देता है।’’

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