करो या मरो के मुकाबले में भारत ने श्रीलंका के सामने 174 रनों का लक्ष्य रखा है। इस मैच में इंडियन टीम का मिडिल ऑर्डर फ्लॉप नज़र आया। ऑलराउंडर के तौर पर टीम में शामिल किए गए दीपक हुड्डा ने भी महज़ 3 रन बनाए, लेकिन हु्ड्डा की पारी के दौरान एक ऐसी घटना भी घटी जब अंपायर के फैसले ने लंकाई टीम का दिल तोड़ दिया और विपक्षी खेमे के चेहरे पर आई मुस्कान मायूसी में बदल गई।
दरअसल इस मैच में दीपक हुड्डा की पारी शुरू होते ही खत्म हो चुकी थी। जी हां, दसुन शनाका ने हुड्डा को पहली ही गेंद पर फंसाकर फील्डर के हाथों कैच आउट करवाया था। दीपक अहम मुकाबले में गोल्डन डक पर आउट हो चुके थे, लेकिन इसके बाद अंपायर ने नो बॉल की शंका जताई और थर्ड अंपायर की तरफ रूख करते हुए नो बॉल चेक करने का संकेत किया।
इस ओवर में दसुन शनाका एक बाउंसर फेंक चुके थे, ऐसे में इस ओवर में दूसरी बाउंसर नो बॉल के तौर पर आउंट होती। थर्ड अंपायर ने बड़ी स्क्रीन पर रिप्ले देखा और साफ तौर पर बॉल को काफी ऊंचा पाया। यही वह कारण था जिस वज़ह से दीपक हुड्डा पहली गेंद पर आउट होने से बच गए और अंपायर ने बल्लेबाज़ को नॉट आउट करार दिया। ऐसे में लंकाई खेमे के चेहरे पर आई मुस्कान कुछ ही पलों में मायूसी में बदल गई। हालांकि दीपक हुड्डा इसके बावजूद भी एम्पेक्ट नहीं छोड़ सके और तीन रन बनाकर पवेलियन लौटते बने।
— Bleh (@rishabh2209420) September 6, 2022