'जवानी में आप अंधे हो जाते हैं, फिर प्यार में किसी की नहीं सुनते हैं', विवियन रिचर्ड्स पर खुलकर बोली नीना गुप्ता
बॉलीवुड एक्ट्रेस नीना गुप्ता ने विवियन रिचर्ड्स के साथ अपने रिश्ते को लेकर अक्सर ज्यादा बात नहीं करती हैं लेकिन हाल ही में उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान उस समय को याद किया जब उन्होंने विवियन रिचर्ड्स को उनकी प्रेगनेंसी
अभिनेत्री नीना गुप्ता हमेशा अपने निजी जीवन और बेटी मसाबा के बारे में पब्लिकली बात करने से हिचकिचाती दिखी हैं। नीना ने मसाबा को माता और पिता दोनों का प्यार दिया है। नीना एक बार फिर से अपनी दो फिल्मों 'गुडबाय और उंचाई' को लेकर सुर्खियों में हैं। इन दिनोंं वो प्रमोशन्स में काफी व्यस्त हैं लेकिन इसी बीच एक बार फिर से उन्होंने वेस्टइंडीज के क्रिकेटर विवियन रिचर्ड्स के साथ अपने रिश्ते को लेकर खुलकर बात की है।
एक इंटरव्यू के दौरान नीना ने ये खुलासा किया कि जब उन्हें अपनी गर्भावस्था के बारे में पता चला था तो उन्होंने अपने साथी विवियन रिचर्ड्स को आखिरी फोन किया था, ताकि उन्हें इसके बारे में सूचित किया जा सके और चर्चा की जा सके। इस दौरान उन्होंने विवियन रिचर्ड्स से ये भी कहा था कि अगर वो ये बच्चा नहीं चाहते हैं तो वो आगे नहीं बढ़ेंगी। विवियन ने उस समय किसी और से शादी कर ली थी लेकिन इसके बावजूद उन्होंने नीना को गर्भावस्था के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया था।
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ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे के साथ एक इंटरव्यू में, नीना ने विवियन के साथ हुई बातचीत को याद किया और कहा, "मैं खुशी से बहुत गदगद नहीं थी। मैं खुश थी क्योंकि मैं उससे प्यार करती थी। मैंने उसे फोन किया और उससे पूछा कि अगर तुम्हें ये बच्चा नहीं चाहिए तो मैं आगे नहीं बढ़ूंगी। उन्होंने कहा, 'नहीं नहीं, मैं आपके लिए इस बच्चे को जन्म देना पसंद करूंगा।' सभी ने मुझसे कहा, 'नहीं, नहीं, नहीं, तुम इसे अकेले कैसे कर सकती हो?' क्योंकि वो पहले से ही शादीशुदा था और मैं उससे शादी नहीं कर सकती थी और वहां रहने के लिए एंटीगुआ नहीं जा सकती थी। लेकिन क्या होता है जवानी में हम अंधे हो जाते हैं। जब आप प्यार में होते हैं, तो आप किसी की नहीं सुनते। कोई भी बच्चा अपने माता-पिता की बात नहीं सुनेगा और मैं भी ऐसा ही बच्चा थी।”
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आगे बोलते हुए नीना ने कहा, “हम (विवियन और नीना) कभी संपर्क में थे, कभी नहीं। लेकिन मैंने उसे (मसाबा को) सब कुछ खुलकर बता दिया। बच्चे को सच बताना जरूरी है नहीं तो वो इसे कहीं और से खोज लेगा। इसलिए, उसे बताना और उसे इस माहौल के अनुकूल होने देना बेहतर था।”