टीम इंडिया के सीनियर पेसर मोहम्मद शमी पिछले कई महीनों से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। इसी साल मार्च में खेले गए चैंपियंस ट्रॉफी के बाद से उनका किसी भी फॉर्मेट में चयन नहीं हुआ है। हालांकि वह रणजी ट्रॉफी में लगातार गेंदबाजी कर रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में भी नजरअंदाज कर दिया गया। इससे उनके टीम में वापसी को लेकर सवाल और भी बढ़ गए हैं।
शमी सार्वजनिक तौर पर कह चुके हैं कि टीम मैनेजमेंट उनसे कोई बातचीत नहीं कर रहा और उन्हें यह भी नहीं बताया जा रहा कि उन्हें चुनने पर विचार क्यों नहीं हो रहा। लेकिन अब एक रिपोर्ट ने इस बयानबाज़ी को उलटकर रखा दिया है। रिपोर्ट में भारतीय क्रिकेट बोर्ड(BCCI) के एक सीनियर अधिकारी के हवाले से दावा किया गया है कि शमी पूरी सच्चाई नहीं बता रहे।
जी हाँ, पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक BCCI अधिकारी का कहना है कि चयन समिति और BCCI के सपोर्ट स्टाफ लगातार शमी से संपर्क में थे। इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के लिए तो सलेक्टर्स शमी को टीम में शामिल करने के लिए बेहद उत्साहित थे, क्योंकि जसप्रीत बुमराह ज्यादा मैच नहीं खेल सकते थे। ऐसे में इंग्लिश कंडीशंस में शमी जैसा अनुभवी पेसर किसी भी टीम के लिए बड़ा हथियार होता।