भारतीय क्रिकेट टीम और मुंबई के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 सीज़न के बीच एक बड़ा फैसला लेते हुए मुंबई का साथ छोड़ने का फैसला किया है। जायसवाल अब आगामी घरेलू सत्र से ना सिर्फ गोवा के लिए खेलते हुए नजर आएंगे बल्कि वो टीम की कप्तानी भी करते दिखेंगे। जायसवाल ने अपने इस फैसले पर चुप्पी तोड़ते हुए बताया है कि आखिर उन्होंने ये फैसला क्यों लिया।
जायसवाल का कहना है कि गोवा ने उन्हें एक महत्वपूर्ण अवसर दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। जायसवाल ने आगामी भारतीय घरेलू सत्र के लिए गोवा में शामिल होने के लिए मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन को अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) मांगा है। जायसवाल ने कहा कि मुंबई छोड़ने का फैसला "बहुत कठिन" था और वो अपने करियर में आज जिस मुकाम पर हैं, उसके लिए वह एमसीए के "ऋणी" रहेंगे।
इंडियन एक्सप्रेस ने जायसवाल के हवाले से कहा, "ये मेरे लिए बहुत कठिन फैसला था। मैं आज जो कुछ भी हूं, वो मुंबई की वजह से हूं। इस शहर ने मुझे वो बनाया है जो मैं हूं और मैं जीवन भर एमसीए का ऋणी रहूंगा। गोवा ने मुझे एक नया अवसर दिया है और इसने मुझे नेतृत्व की भूमिका प्रदान की है। मेरा पहला लक्ष्य भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन करना होगा और जब भी मैं राष्ट्रीय टीम में नहीं रहूंगा, मैं गोवा के लिए खेलूंगा और टूर्नामेंट में उन्हें आगे ले जाने की कोशिश करूंगा। ये एक महत्वपूर्ण अवसर था जो मेरे पास आया और मैंने इसे स्वीकार कर लिया।"