वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने डेब्यू टेस्ट मैच में शतक लगाने वाले 21 साल के यशस्वी जयसवाल ने दुनियाभर के क्रिकेट फैंस को अपना दीवाना बना लिया है। इस समय यशस्वी जिस मुकाम पर हैं वहां पहुंचने के लिए उन्होंने काफी संघर्ष किया है और ये सफर उनके लिए बिल्कुल भी आसान नहीं रहा। पानीपुरी बेचने से लेकर सिर पर छत न होने तक, इस युवा खिलाड़ी ने काफी संघर्ष देखा है। हालांकि, अब लगता है कि उनका ये संघर्ष खत्म हो चुका है और अच्छे दिन उनका इंतज़ार कर रहे हैं।
हाल ही में समाप्त हुए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2023 में राजस्थान रॉयल्स के लिए धमाकेदार प्रदर्शन के बाद, जायसवाल को टेस्ट कॉल मिला और अब पहले ही टेस्ट में उन्होंने 171 रनों की मैराथन पारी खेलकर दिखा दिया है कि वो एक लंबी रेस के घोड़े हैं। अब पहला टेस्ट मैच खत्म होने के बाद ये भी पता चला कि मैच के दूसरे दिन के बाद जायसवाल ने शतक लगाने के बाद अपने पिता को सुबह साढ़े चार बजे फोन किया था और इस दौरान बातचीत के दौरान वो अपने आंसूं नहीं रोक पाए थे।
इस बारे में बात करते हुए जयसवाल के पिता, भूपेन्द्र जयसवाल ने ये खुलासा किया है कि उनके बेटे ने उन्हें सुबह-सुबह फोन किया था और वो बातचीत के दौरान अपने आंसू नहीं रोक पाया था। जायसवाल के पिता ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया, "उन्होंने अपना शतक (दिन 2) बनाने के बाद सुबह लगभग 4:30 बजे फोन किया। वो अपने आंसू नहीं रोक सके। मैं भी रोया। ये एक बहुत ही भावनात्मक क्षण था। वो लंबे समय तक बात नहीं कर सका। वो थका हुआ था। उसने मुझसे बस पूछा 'क्या आप खुश हैं, पिताजी?''