पूर्व भारतीय क्रिकेटर एमएस धोनी की गिनती दुनिया के बेहतरीन कप्तान और बल्लेबाज के रूप में की जाती है। उन्होंने कई बार बल्ले से तो कई बार कप्तानी से भारत को मैच जितवाने में अहम् भूमिका निभाई थी। उनकी कप्तानी में ही भारत ने 2007 का टी20 वर्ल्ड कप, 2011 का वर्ल्ड कप और 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। वहीं 2011 के वर्ल्ड कप फाइनल में उन्होंने छक्का लगाकर भारत को जिताया था। उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 91(79)* रन की शानदार पारी खेली थी। उनके अलावा गौतम गंभीर (122 गेंद में 97 रन) ने भी जीत में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। अब गंभीर ने धोनी को लेकर कहा है कि उन्होंने टीम की सफलता के लिए अपने इंटरनेशनल रनों का बलिदान दिया।
गंभीर ने कहा कि, "अगर एमएस ने नंबर 3 पर बल्लेबाजी की होती, तो मुझे यकीन है कि वह कई वनडे रिकॉर्ड तोड़ सकते थे। लोग हमेशा एमएस धोनी और एक कप्तान के रूप में उनकी उपलब्धियों के बारे में बात करते हैं, जो बिल्कुल सच है। लेकिन मुझे लगता है कि कप्तानी के कारण उन्होंने अपने अंदर के बल्लेबाज का त्याग कर दिया और वह अपने बल्ले से और भी बहुत कुछ हासिल कर सकते थे, जो उन्होंने नहीं किया। और ऐसा तब होता है जब आप कप्तान होते हैं क्योंकि तब आप टीम को आगे रखते हैं और अपने बारे में भूल जाते हैं।"