5 क्रिकेटर जिन्होंने कम उम्र में लिया सन्यास, एक वर्ल्ड कप फाइनल में रह चुका है 'मैन ऑफ द मैच'
अपने देश के लिए क्रिकेट खेलना घरेलू क्रिकेट खेल रहे हर खिलाड़ी का सपना होता है। कुछ खिलाड़ी क्रिकेट के मैदान पर लबें समय तक अपने देश के लिए खेलते है तो वहीं कुछ निजी परेशानी या किसी और हालात
अपने देश के लिए क्रिकेट खेलना घरेलू क्रिकेट खेल रहे हर खिलाड़ी का सपना होता है। कुछ खिलाड़ी क्रिकेट के मैदान पर लबें समय तक अपने देश के लिए खेलते है तो वहीं कुछ निजी परेशानी या किसी और हालात के कारण सन्यास ले लेते है। हालांकि कुछ खिलाडियों का क्रिकेट सफर इतना जल्द खत्म हो जाता है कि यह सभी क्रिकेट फैंस को हैरान कर देता है। ऐसे में आइए आज जानते है 5 क्रिकेटरों का नाम जिन्होंने कम उम्र में ही खेल से दूरी बना ली।
जफर अंसारी
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इंग्लैंड की तरफ से तीन टेस्ट और एक वनडे मैच खेलने वाले जफर अंसारी ने 25 की उम्र में क्रिकेट को अलविदा कह दिया। अंसारी का क्रिकेट से दूर जाना सभी के लिए हैरान कर देने वाला था और तब उन्होंने यह कारण बताया था कि उन्हें वकालत की पढाई करनी है।
जेम्स टेलर
जेम्स टेलर इंग्लैंड की तरफ से लिमिटेड ओवर क्रिकेट में बेहतरीन बल्लेबाज थे और उनक करियर अच्छा भला चल रहा था। लेकिन उन्हें दिल की बीमारी हो गई और तब उन्होंने क्रिकेट से दूरी बना ली। जेम्स टेलर ने इस बात की जानकारी सोशल मीडिया के जरिए दी जहां उन्होंने आईसीयू से ही एक फोटो शेयर किया था। टेलर ने जब सन्यास लिया तब वह महज 26 साल के थे।
क्रेग कीस्वेटर
इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज क्रेग कीस्वेटर ने आँख में लगी गंभीर चोट के कारण क्रिकेट को 27 साल की उम्र में अलविदा कह दिया। कीस्वेटर 2010 के टी-20 वर्ल्ड कप फाइनल में मैन ऑफ द मैच भी रहे थे। इंग्लैंड के काउंटी क्रिकेट के दौरान एक गेंद उनके हेलमट के अंदर चली गई जिससे उनकी आँखे बुरी तरह घायल हो गई।
टटेंडा ताइबू - टटेंडा ताइबू जिम्बाब्वे क्रिकेट की बल्लेबाजी क्रम में एक अच्छे खिलाड़ी थे। उन्होंने 29 साल की उम्र में क्रिकेट को अलविदा कहा। ताइबू 21 साल की उम्र में जिम्बाब्वे के टेस्ट कप्तान बने थे। उन्होंने जिम्बाब्वे के लिए 150 वनडे, 28 टेस्ट मैच तथा 17 टी-20 मैच खेले है। कहा जाता है की उन्होंने चर्च में पादरी के काम के लिए क्रिकेट से दूरी बना ली।
मोहम्मद आमिर
पाकिस्तान के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने 29 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट की घोषणा कर दी। इसका कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट मैनेजमेंट उनके मानसिक दबाव दे रही थी जिसके कारण उन्होंने यह कदम उठाया। उन्होंने पाकिस्तान के लिए 119 टेस्ट, 81 वनडे तथा 59 टी-20 मैच खेले है।