Cricket Tales | क्रिकेट के अनसुने दिलचस्प किस्से - कुछ दिन पहले के वेलिंगटन में इंग्लैंड-न्यूजीलैंड टेस्ट का जब भी जिक्र होगा तो सारी चर्चा फॉलोऑन के बाद भी न्यूजीलैंड की जीत की होगी। इसी चक्कर में, इस टेस्ट में इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान बने एक ख़ास रिकॉर्ड पर किसी का ध्यान नहीं गया। जब किसी पारी में, एक पार्टनरशिप 302 रन की हो तो यही लगेगा कि जरूर 600-700 जैसा बड़ा स्कोर बना होगा। इंग्लैंड के 435-8 पारी समाप्त घोषित जैसे 'कम' स्कोर में एक पार्टनरशिप 300 रन की भी थी।
हैरानी इस बात की है कि एक बार तो इससे भी कम स्कोर (ऑल आउट) वाली पारी में 300 रन की पार्टनरशिप थी- 1998-99 में किंग्स्टन में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध वेस्टइंडीज के 431 में ये रिकॉर्ड बना। तब ब्रायन लारा (213) और जिमी एडम्स (94) ने पांचवें विकेट के लिए 322 रन जोड़े थे और अगला सबसे बड़ा स्टैंड सिर्फ 22 का था। जब भी इस किंग्स्टन टेस्ट की बात होती है तो सबसे ज्यादा चर्चा इस पार्टनरशिप की होती है। लारा ने अपने टेस्ट करियर की सबसे बेहतरीन पारी में से एक खेली थी यहां। असल में, इस टेस्ट में लारा से जुड़ा और बहुत कुछ ऐसा था जो चर्चा में नहीं आया और जब उसे जानें तो पता चलेगा कि लारा ने कैसी बल्लेबाजी की?
ऑस्ट्रेलिया की टीम फरवरी 1999 में वेस्टइंडीज टूर पर आई थी। इन दोनों टीम के बीच जोरदार मुकाबले वाली कई सीरीज हैं और इसे भी वैसा ही मुकाबला मान रहे थे। तब ऑस्ट्रेलिया के नंबर 1 रैंक के मुकाबले वेस्टइंडीज टीम नंबर 4 थी। जनवरी-मार्च 1998 की इंग्लैंड के विरुद्ध सीरीज से ब्रायन लारा कप्तान बने थे कर्टनी वॉल्श की जगह और इस बदलाव पर जमैका में आग सुलग रही थी और लारा उनके लिए किसी 'दुश्मन' जैसे ही थे।