भारत के किसी क्रिकेटर ने, देश के नाम से प्रभावित होकर अपने किसी बच्चे का नाम 'इंडिया या भारत' नहीं रखा पर विदेशी यहां की रंग बिरंगी और अलग-अलग संस्कृति वाली पहचान से इतने प्रभावित हुए कि हमेशा के लिए इस देश से जुड़ गए- अपनी बेटी को इंडिया नाम देकर।
असल में बच्चों के नाम वाली चर्चा उन दिनों में शुरू हुई थी जब इस साल आईपीएल खेली जा रही थी। दिल्ली कैपिटल्स के सनसनीखेज बल्लेबाज रोवमैन पॉवेल का जिक्र उनकी मेहनत और गरीबी के लिए तो हुआ पर एक बात पर ध्यान नहीं दिया गया। पॉवेल ने कहा- जब मुझे अपनी पहली लड़की, मेरी सुंदर छोटी बेटी मिलेगी तो मैं उसका नाम हरारे रखूंगा।
अगर अपनी बेटी का नाम किसी शहर के नाम पर रखने की बात आए तो इसकी सबसे चर्चित मिसाल ब्रायन लारा हैं। एससीजी में दोहरा शतक (277) लगाने के बाद उन्होंने अपनी बेटी का नाम सिडनी रख दिया था। क्या आप जानते हैं कि नाम की ये खबर मिलने उनकी बहन ने क्या कहा था- 'शुक्र है कि ब्रायन ने लाहौर में 100 नहीं बनाए!' लारा कई साल बाद वे अपनी बेटी को सिडनी शहर दिखाने ऑस्ट्रेलिया लाए थे।