कोलकाता का ईडन गार्डन्स भारतीय क्रिकेट का एक ऐसा मैदान है, जिसकी अपनी कहानी है। 1864 में बना ये स्टेडियम सिर्फ ईंट-पत्थरों का ढांचा नहीं, बल्कि यादों और इतिहास की किताब है। आईपीएल के शुरुआत से ही ये मैदान कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) का गढ़ बना हुआ है। और इस गढ़ को मज़बूत करने में कुछ खास खिलाड़ियों की भूमिका सबसे अहम रही है—गौतम गंभीर से लेकर आंद्रे रसेल तक।
गंभीर ने रखी जीत की नींव
गौतम गंभीर को अक्सर KKR की किस्मत बदलने वाला कप्तान कहा जाता है। उनके नेतृत्व में कोलकाता ने दो बार (2012 और 2014) आईपीएल की ट्रॉफी उठाई। गंभीर ने ईडन गार्डन्स पर सबसे ज्यादा रन बनाए हैं—1407 रन, वो भी सिर्फ 47 पारियों में। उनकी बल्लेबाजी में क्लास था, और कप्तानी में वह गजब की रणनीति लेकर आते थे। ईडन पर उन्होंने 11 अर्धशतक भी जमाए, जो दिखाता है कि वो यहां कितने कंफर्टेबल थे।
रसेल की 'रसेल मसल पावर'
गौतम गंभीर के बाद अगर किसी खिलाड़ी ने KKR के फैंस का दिल जीता है, तो वो हैं आंद्रे रसेल। रसेल जब मैदान में होते हैं, तो दर्शक अपनी सीट छोड़कर खड़े हो जाते हैं। ईडन गार्डन्स पर उन्होंने 83 छक्के ठोके हैं, और सिर्फ 36 पारियों में ये कारनामा कर दिखाया। रसेल ना सिर्फ बल्ले से, बल्कि गेंद से भी मैच पलट सकते हैं। वह KKR के लिए X-फैक्टर रहे हैं और 2025 में भी उनसे ऐसी ही उम्मीद रहेगी।