सचिन तेंदुलकर ने जब वनडे में 200* रन बनाए,फिर डर के कारण पूरी रात नहीं सो सके, जानें क्या हुआ था?
Sachin Tendulkar Double Century: इस समय तक वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में 12 बार बल्लेबाज 200 का स्कोर बना चुके हैं और इस गिनती को देखकर कहा जा सकता है कि 50 ओवर वाले इंटरनेशनल में बल्लेबाज का 200 बनाना ऐसा
Sachin Tendulkar Double Century: इस समय तक वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में 12 बार बल्लेबाज 200 का स्कोर बना चुके हैं और इस गिनती को देखकर कहा जा सकता है कि 50 ओवर वाले इंटरनेशनल में बल्लेबाज का 200 बनाना ऐसा बड़ा रिकॉर्ड नहीं है कि उसे अमानवीय कह दें। जब रोहित शर्मा ने 264 बनाए तब तो उस दिन का इंतजार शुरू हो गया जब बल्लेबाज 300 का स्कोर बनाएंगे। कुछ साल पहले तक ऐसा नहीं था। वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में 1971 से (कई मैच 60 ओवर वाले भी खेलने के बावजूद) 23 फरवरी 2010 तक किसी ने 200 का स्कोर नहीं बनाया था। इसीलिए जब सचिन तेंदुलकर ने वनडे इंटरनेशनल में पहली बार 200 का स्कोर बनाया तो इसे सिर्फ एक बड़ा रिकॉर्ड ही नहीं, आश्चर्यजनक भी कहा गया था।
सिर्फ 147 गेंद में 200* बनाए। जब 45वें ओवर में वे 191 पर थे तो लगा कि अब तो रिकॉर्ड बनेगा ही पर ऐसा खेल हुआ कि आखिरी ओवरों के दौरान उन्हें स्ट्राइक मिल ही नहीं रहा था और उस पर रिकॉर्ड बनाने का तनाव। आखिरी 30 गेंद में से सिर्फ 9 खेले पर सबसे ख़ास 9 रन बना लिए और 200* पर रहे। ये रिकॉर्ड बना 24 फरवरी 2010 को दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध और इसे देखने वाले भाग्यशाली दर्शक थे मध्यप्रदेश के ऐतिहासिक शहर ग्वालियर (Gwalior) के। इतना बड़ा रिकॉर्ड बनाया सचिन तेंदुलकर ने उस दिन कैप्टेन रूप सिंह स्टेडियम (Captain Roop Singh Stadium) में और इस डे-नाइट मैच में भारत को 153 रन से बड़ी जीत मिली। सब कुछ अच्छा रहा और तब भी, इसके बाद, अगर ये पता चले कि मैच के बाद, ग्वालियर में बिताई वह पूरी रात सचिन तेंदुलकर ठीक तरह सो नहीं पाए तो आसानी से ये कह सकते हैं कि अपने बड़े रिकॉर्ड की खुशी में वे सो नहीं पाए। सच ये है कि वजह ये नहीं कुछ और थी ! सचिन तेंदुलकर से जुड़ी सबसे अनोखी स्टोरी में से एक है ये।
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तब किसी को भी ये अंदाजा नहीं था कि ये ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाने वाला वनडे न सिर्फ इस स्टेडियम, ग्वालियर शहर में भी आख़िरी इंटरनेशनल मैच बन जाएगा। अब सचिन तेंदुलकर के इस रिकॉर्ड को याद करने की वजह है ग्वालियर में इंटरनेशनल क्रिकेट की वापसी- भले ही एक नए स्टेडियम में। ग्वालियर में जब भी क्रिकेटर ठहरेंगे और किसी ने उन्हें ये स्टोरी बता दी तो एक बार तो जरूर हैरान होंगे। चलिए अब सीधे चलते हैं उस ऐतिहासिक रिकॉर्ड के बनने के बाद के नजारे पर।
सचिन तेंदुलकर का 200* का स्कोर, भारत की मैच और सीरीज में जीत और तेंदुलकर मैन ऑफ द मैच- होटल में भी जश्न चला। बहुत रात हो गई थी और तेंदुलकर बहुत थके हुए थे और बिना देरी सोना चाहते थे। संयोग से, तब भी सो नहीं पा रहे थे। आखिर में बिस्तर पर लेटे-लेटे अपना फोन चेक करने लगे। नींद नहीं आ रही थी और उस थकान में भी दो घंटे तक बधाई के मेसेज के जवाब देते रहे। उसके बाद भी बड़ी मुश्किल से नींद आई लेकिन तब जब कमरे में अंधेरा खत्म किया और बाथरूम की लाइट ऑन कर दी। आखिरकार हुआ क्या था?
ग्वालियर में टीम ठहरी थी होटल उषा किरन में। ये एक बेहद खूबसूरत लग्जरी हेरिटेज होटल है जो वास्तव में कभी शाही महल था। 9 एकड़ के विशाल एस्टेट में बना है होटल और इसकी खासियत है बड़े-बड़े कमरे। जब ये मैच हुआ तो तेंदुलकर कप्तान नहीं थे पर होटल वालों ने कप्तान धोनी के साथ-साथ, तेंदुलकर को भी सम्मान देकर, एक सुइट में ठहराया। ये सुइट अन्य कमरों से दूर और इतना बड़ा था कि इसमें एक प्राइवेट स्विमिंग पूल भी था। उसी तरह बाथरूम भी बहुत बड़ा। बेडरूम और लिविंग रूम के बीच कांच की दीवार थी। बेडरूम के एकदम बाहर बड़े-बड़े पेड़ थे और रात में, अंदर आ रही हवा में रेशमी पर्दे लहरा रहे थे। बाहर बिल्कुल अंधेरा, बड़ा सा खाली कमरा, हवा में हिलते पर्दे और बाहर देखो तो सन्नाटे के बीच, चंद्रमा की रोशनी में अजीब-अजीब से नज़ारे और आवाज़ें- नतीजा इस महंगे और लग्जरी होटल के बिस्तर पर भी, ये सब उन्हें इतना बेचैन करते रहे कि नींद ही नहीं आई। आखिर में डर खत्म करने के लिए पूरी रात बाथरूम की लाइट जलाकर रखी और तब कुछ सो पाए।
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एक बार फिर से टीम ग्वालियर जा रही हैं- 6 अक्टूबर को वहां टी20 इंटरनेशनल मैच है भारत और बांग्लादेश के बीच। टीम इस बार भी होटल उषा किरण में ठहरेंगी और उम्मीद करें कि क्रिकेटर वहां डे-नाइट मैच के बाद बिताई रात की बेहतर यादों के साथ लौटेंगे।