हाल ही में एक टेस्ट में, दिन के खेल के दौरान का टी इंटरवल, ‘चाय के कप’ से कहीं ज़्यादा चर्चा में रहा। ये किस्सा है गुवाहाटी के बरसापारा स्टेडियम टेस्ट का जहां दोनों इंटरवल का समय आपस में बदल दिया। भारत के नक़्शे पर गुवाहाटी की ज्योग्राफिकल लोकेशन और भारत के एक ही टाइम ज़ोन को फॉलो करने की वजह से, लंच और टी इंटरवल को आपस में बदल दिया और समय भी बदल गया। पहली बार किसी टेस्ट में दिन के खेल के दौरान (डे-नाइट टेस्ट को छोड़कर) लंच से पहले चाय पी गई।
फर्स्ट-क्लास मैचों में दिन के खेल के दौरान चाय क्यों पी जाती है? यह परंपरा किसने और कब शुरू की? क्या आपको कभी एहसास हुआ कि क्रिकेट एकमात्र ऐसा खेल है जिसमें मील ब्रेक (खाने-पीने के लिए ब्रेक) होता है? क्रिकेट में ये मील ब्रेक अब न सिर्फ़ एक ज़रूरत हैं बल्कि एक परंपरा बन गए हैं। अक्सर, लंच और टी इंटरवल के आस-पास खिलाड़ियों की एकाग्रता टूटने से दिन के खेल का मिजाज एकदम बदल जाता है।