केरल में अर्जेंटीना और नीदरलैंड्स की जीत की गूंज
अर्जेंटीना और हॉलैंड के कतर में चल रहे फीफा विश्व कप के क्वार्टरफाइनल में पहुंचने के बाद उनकी जीत की गूंज फुटबॉल के जुनूनी भारतीय राज्य केरल में सुनाई दी है और राज्य के लोगों पर फुटबॉल का बुखार चढ़ गया है।
अर्जेंटीना और हॉलैंड के कतर में चल रहे फीफा विश्व कप के क्वार्टरफाइनल में पहुंचने के बाद उनकी जीत की गूंज फुटबॉल के जुनूनी भारतीय राज्य केरल में सुनाई दी है और राज्य के लोगों पर फुटबॉल का बुखार चढ़ गया है।
लियोनल मैसी, क्रिस्टियानो रोनाल्डो और नेमार जूनियर जैसे स्टार फुटबॉलरों के विशाल कट आउट उत्तर केरल के हर कोने पर लगाए गए हैं। मध्य और दक्षिण केरल में भी खिलाड़ियों के बड़े कट आउट लगाए हैं लेकिन राज्य के उत्तरी हिस्से के मुकाबले कम हैं।
इस्लामिक बुद्धिजीवी खेल के प्रति मुस्लिम युवाओं के जूनून और विदेशी टीमों तथा खिलाड़ियों के प्रति समर्थन के खिलाफ बात कर रहे हैं लेकिन युवाओं पर इसका कोई असर नहीं है।
मलप्पुरम जिले के तिरूर के 27 वर्षीय सुलेमान खादर ने आईएएनएस से कहा, फुटबॉल एक ऐसा खेल है जो लोगों को जोड़ता है और केरल में हम एक टीम के लिए एकजुट होते हैं, टीम का समर्थन करते हैं और उस टीम की जीत की दुआ करते हैं और यह एक स्वस्थ प्रक्रिया है। धार्मिक बुद्धिजीवी इसमें हस्तक्षेप नहीं करते हैं।
खादर ने कहा कि वह ब्राजील के कट्टर समर्थक हैं और उम्मीद करते हैं कि टीम कतर में विश्व कप जीते।
फीफा विश्व कप कतर में आयोजित हो रहा है इसलिए मलप्पुरम, कोझिकोड, कन्नूर, कासरगोड और वायनाड जिलों से प्रशंसक दोहा पहुंच रहे हैं क्योंकि कालीकट हवाई अड्डे से दोहा तक की दूरी राज्य के अन्य स्थानों के मुकाबले कम है।
युवा कांग्रेस के अध्यक्ष शफी परम्बिल अर्जेंटीना के बड़े प्रशंसक हैं, अपनी पसंदीदा टीम के मैच देखने के लिए कतर में थे। शफी केरल वापस आ चुके हैं और वह फिर मैच देखने कतर जा सकते हैं।
महिलाओं और बच्चों पर भी फुटबॉल का बुखार अपने चरम पर है। वे भी राज्य में बड़ी स्क्रीन पर मैच देख रहे हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार मैचों के दौरान एक भी आपराधिक घटना नहीं हुई है, सड़कें देर रात लोगों से भरी हुई हैं और राज्य में उत्सव जैसा माहौल दिखाई दे रहा है।
युवा कांग्रेस के अध्यक्ष शफी परम्बिल अर्जेंटीना के बड़े प्रशंसक हैं, अपनी पसंदीदा टीम के मैच देखने के लिए कतर में थे। शफी केरल वापस आ चुके हैं और वह फिर मैच देखने कतर जा सकते हैं।
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