शिवा थापा, हुसामुद्दीन ने जीता स्वर्ण, सेना ने पुरुष राष्ट्रीय मुक्केबाजी में अपना ताज बरकरार रखा
खिताब के प्रबल दावेदार शिवा थापा और मोहम्मद हुसामुद्दीन ने शुक्रवार को बड़ी जीत हासिल की और स्वर्ण पदक हासिल किए, जबकि गत चैंपियन सर्विसेज स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड (एसएससीबी) ने हिसार में आयोजित 6वीं एलीट पुरुष राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप।
खिताब के प्रबल दावेदार शिवा थापा और मोहम्मद हुसामुद्दीन ने शुक्रवार को बड़ी जीत हासिल की और स्वर्ण पदक हासिल किए, जबकि गत चैंपियन सर्विसेज स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड (एसएससीबी) ने हिसार में आयोजित 6वीं एलीट पुरुष राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप में 10 पदकों के साथ अपना ताज बरकरार रखा।
रिकॉर्ड छह बार के एशियाई पदक विजेता असम के शिव थापा के लिए अंतिम दिन काफी आरामदायक था। उन्होंने रेलवे स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड (आरएसपीबी) के 2021 विश्व युवा चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता अंकित नरवाल को 63.5 किग्रा फाइनल में 5-0 के अंतर से हराकर स्वर्ण जीता।
इसके विपरीत, एसएससीबी के मुक्केबाज मोहम्मद हुसामुद्दीन को 57 किग्रा भार वर्ग फाइनल में 2016 विश्व युवा चैंपियन आरएसपीबी के सचिन के खिलाफ जीत हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी। पिछले साल के फाइनल में हार का सामना करने के बाद दो बार के राष्ट्रमंडल खेलों के कांस्य पदक विजेता ने इस बार 4-1 के स्कोर के साथ जीत हासिल करने की दिशा में शानदार प्रदर्शन किया।
2022 एशियाई चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता नरेंद्र (प्लस 92) को 2022 के राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता सागर के खिलाफ अपने फाइनल बाउट में वाकओवर मिला। सागर मामूली चोट के कारण मैच में भाग नहीं ले सके।
हुसामुद्दीन और नरेंद्र के साथ-साथ एसएससीबी के मुक्केबाजों ने टूर्नामेंट के अंतिम दिन बेहतरीन प्रदर्शन किया। टीम ने पुरुषों की राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप में कुल छह स्वर्ण, एक रजत और तीन कांस्य पदकों के साथ अपने ताज का सफलतापूर्वक बचाव किया। विश्वामित्र चोंगथम (51 किग्रा), सचिन (54 किग्रा), आकाश (67 किग्रा) और सुमित (75 किग्रा) टीम के अन्य स्वर्ण पदक विजेता हैं।
आरएसपीबी- दो स्वर्ण, तीन रजत और दो कांस्य के साथ और पंजाब एक स्वर्ण, दो रजत और छह कांस्य के साथ क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रहा।
स्थानीय मुक्केबाज अभिमन्यु लौरा (80 किग्रा) और नवीन कुमार (92 किग्रा) ने अपने शानदार अभियान को कड़ी टक्कर वाली जीत के साथ खत्म किया। दोनों को अपने-अपने भार वर्ग में स्वर्ण मिला।
क्वार्टर फाइनल में टोक्यो ओलंपियन आशीष कुमार के खिलाफ शानदार जीत दर्ज करने वाले अभिमन्यु ने चंडीगढ़ के साहिल के खिलाफ अपने फाइनल बाउट में उसी धैर्य और आत्मविश्वास को दोहराया। 2019 एशियन यूथ चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता को अपने प्रतिद्वंद्वी से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने अपनी तकनीकी क्षमता और आक्रामक कौशल का उपयोग करते हुए 4-1 से जीत दर्ज की।
दूसरी ओर, नवीन ने 2021 के एशियाई चैंपियन एसएससीबी के संजीत का सामना किया, जो एक लिहाज से टूर्नामेंट में पिछले साल के फाइनल का रिपीट था। उसमें संजीत की जीत हुई थी लेकिन नवीन ने सुनिश्चित किया कि इस साल ऐसा नहीं हो। उन्होंने एक रोमांचक मुकाबले में अपने प्रतिद्वंद्वी को पछाड़ते हुए 4-1 से यादगार जीत हासिल की।
2022 एशियाई चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता गोविंद साहनी (48 किग्रा) और 2021 एशियाई कांस्य पदक विजेता वरिंदर सिंह (60 किग्रा) ने अपने खिताब का बचाव किया और आरएसपीबी के लिए स्वर्ण पदक हासिल किया। गोविंद ने मणिपुर के कीशम सिंह को 5-0 से हराया, वहीं वरिंदर ने पंजाब के विजय कुमार को इतने ही स्कोर से हराया।
पंजाब के कार्तिक (86 किग्रा) और कर्नाटक के निशांत देव (71 किग्रा) ने भी इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में अपने-अपने वर्ग में स्वर्ण पदक प्राप्त किए। इस इवेंट में 13 भार वर्ग में 386 मुक्केबाजों ने भाग लिया।
पदक के अलावा, अभिमन्यु लौरा को-बेस्ट प्रॉमिसिंग मुक्केबाज- का पुरस्कार भी प्रदान किया गया। पंजाब के कार्तिक को-सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाज- का पुरस्कार मिला जबकि मिजोरम के जोरम मुआना को-सर्वश्रेष्ठ चैलेंजर- का पुरस्कार दिया गया।
पंजाब के कार्तिक (86 किग्रा) और कर्नाटक के निशांत देव (71 किग्रा) ने भी इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में अपने-अपने वर्ग में स्वर्ण पदक प्राप्त किए। इस इवेंट में 13 भार वर्ग में 386 मुक्केबाजों ने भाग लिया।
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