एआईएफएफ ने कतर के विवादित गोल की जांच की मांग की
कतर के खिलाफ भारत की विवादित हार के बाद, अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने एक बयान जारी कर बताया कि उसने मैच आयुक्त को शिकायत की है और पूरे मामले की गहन जांच की मांग की है।
कतर के खिलाफ भारत की विवादित हार के बाद, अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने एक बयान जारी कर बताया कि उसने मैच आयुक्त को शिकायत की है और पूरे मामले की गहन जांच की मांग की है।
भारत का फीफा विश्व कप क्वालीफायर के तीसरे दौर में क्वालीफाई करने का सपना एशियाई चैम्पियन कतर से विवादास्पद तरीके से 2-1 से हारने के बाद टूट गया।
एआईएफएफ के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने एक बयान में कहा, "मंगलवार रात फीफा 2026 और एएफसी एशियाई कप 2027 के राउंड 2 के आखिरी मैच में कतर के खिलाफ हार पूरे भारतीय फुटबॉल जगत के लिए एक बड़ी निराशा थी।
"हालांकि जीत और हार खेल का एक हिस्सा है, और हमने इसे विनम्रता से स्वीकार करना सीख लिया है, लेकिन भारत के खिलाफ कतर के किए गए दो गोलों में से एक ने कुछ सवाल खड़े कर दिए हैं।"
इसमें आगे कहा गया, "हम, अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ में हमेशा मानते हैं कि खेल की भावना को बनाए रखा जाना चाहिए और नियमों का पालन बिना किसी संदेह के किया जाना चाहिए। इसी रुख को बनाए रखते हुए, हमने कतर के खिलाफ मैच के बाद, अपने मुख्य रेफरी अधिकारी के परामर्श से, फीफा क्वालीफायर के प्रमुख, एएफसी रेफरी के प्रमुख, एएफसी प्रतियोगिताओं के प्रमुख और खेल के लिए मैच कमिश्नर को पत्र लिखने का फैसला किया है, जिसमें उनसे खेल के दौरान हुई इस गलती पर विचार करने का अनुरोध करेंगे, जिसके कारण हमें फीफा विश्व कप क्वालीफायर राउंड 3 में जगह गंवानी पड़ी।"
कतर के खिलाफ इस हार ने भारतीय फुटबॉल टीम और फैंस का फीफा विश्व कप क्वालीफायर के तीसरे दौर में क्वालीफाई करने का सपना तोड़ दिया। यह एक ऐसा चरण था जहां तक भारतीय टीम पहले कभी नहीं पहुंची थी।
इतना ही नहीं इस हार के कारण भारत को एएफसी एशियाई कप 2027 के लिए ऑटोमेटिक क्वालिफिकेशन नहीं मिल पाएगा।