ज्योति सुनिता कुल्लू: 11 साल की उम्र में शुरू की हॉकी, बनीं सबके लिए प्रेरणा (Image Source: IANS)
ओडिशा के सुंदरगढ़ से आने वाली ज्योति सुनिता कुल्लू उन लड़कियों के लिए प्रेरणादायक हैं, जो अपना भविष्य हॉकी में देखती हैं। उन्होंने भारत के लिए खेलते हुए कई टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए, स्वर्ण सहित कई पदक जीते।
ज्योति सुनिता कुल्लू को साल 2007 में भारत की पहली महिला राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल द्वारा अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस सम्मान को पाने के बाद उन्होंने इसे अपने लिए बड़ा सम्मान बताया था।
9 सितंबर को ओडिशा के सुंदरगढ़ में जन्मीं इस खिलाड़ी ने अपने शानदार प्रदर्शन से भारतीय हॉकी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उन्होंने 1996 में दिल्ली में इंदिरा गांधी गोल्ड कप में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदार्पण किया। उनके नेतृत्व, गति और गोल स्कोरिंग स्किल ने उन्हें भारतीय हॉकी में एक प्रेरणा बनाया।