मोहन बागान : वो ऐतिहासिक क्लब, जिसने फुटबॉल को बनाया भारत के गर्व का प्रतीक (Image Source: IANS)
भारत के प्रतिष्ठित क्लब 'मोहन बागान' ने फुटबॉल को सिर्फ खेल नहीं, बल्कि भारत के गर्व का प्रतीक बनाया है। इस क्लब की खासियत उसकी समृद्ध परंपरा, देशभक्ति की भावना और फुटबॉल में उत्कृष्टता है।
वर्ष 1889 में स्थापित 'मोहन बागान' एशिया के सबसे पुराने फुटबॉल क्लब में शुमार है। साल 1911 में ब्रिटिश टीम पर ऐतिहासिक जीत ने इसे भारतीय गौरव का प्रतीक बनाया। मोहन बागान क्लब अपने अनुशासन, प्रतिभाशाली खिलाड़ियों और फैंस के गहरे जुड़ाव के लिए मशहूर है।
ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने 19वीं सदी की शुरुआत में खुद को भारत में एक नए शासक के रूप में स्थापित कर लिया था। कई अंग्रेज प्रशासक भारत आकर यहां अपनी किस्मत आजमाने लगे। यही वो दौर था, जब इंग्लैंड में एसोसिएशन फुटबॉल का खेल लोकप्रिय हो रहा था।