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Cricket Tales - सिड बार्न्स ने 100 से भी ज्यादा साल पहले जो किया- क्रिकेटर टी20 के पेशेवर युग में भी नहीं करते
टी20 क्रिकेट का सीजन है ये- टी20 वर्ल्ड कप की बदौलत हर चर्चा में टी20 क्रिकेट का मिजाज है। क्रिकेट की दुनिया में, बढ़ती पेशेवर टी20 क्रिकेट लीग ने तो खिलाड़ियों की 'लॉयल्टी' पर ही सवाल खड़ा कर दिया है। न्यूजीलैंड के ट्रेंट बोल्ट ने जो सिलसिला शुरू किया वह बढ़ता ही जा रहा है। घरेलू इंग्लिश क्रिकेट के लिए, नए स्ट्रक्चर के सुझाव में सर एंड्रयू स्ट्रॉस ने भी तो यही चेतावनी दी है- खिलाड़ी किसी काउंटी क्लब के सगे नहीं रहेंगे और सबसे ऊंची कीमत देने वाले के हो जाएंगे।
इसे आधुनिक क्रिकेट का अभिशाप कहा जा रहा है पर विश्वास कीजिए ये सच नहीं। इंग्लिश क्रिकेटर सिडनी (सिड) बार्न्स ने 100 से भी ज्यादा साल पहले खुद को 'बेचा' था- जो ज्यादा पैसा देगा उसके लिए खेलेंगे। सिड बार्न्स, कोई साधारण गेंदबाज नहीं थे। अपने करियर को लंबा खींचने के लिए, 30 साल की उम्र में काउंटी क्रिकेट खेलना छोड़ दिया पर क्लब क्रिकेट खेले। बार्न्स की स्टॉक बॉल लेग-ब्रेक थी। बार्न्स ने हमेशा खुद को स्पिनर कहा पर काफी तेज फेंकते थे- कीपर अक्सर स्टंप्स से कुछ गज पीछे खड़े होते थे और अपनी गेंद पर तीन स्लिप तक लगा देते थे। उनकी कुछ बड़ी उपलब्धियां :