बीसीसीआई पर आदित्य वर्मा हुए आग बबूला
नई दिल्ली, 3 अगस्त (CRICKETNMORE): बिहार क्रिकेट संघ के सचिव आदित्य वर्मा ने बुधवार को एकबार फिर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को निशाने पर लिया और लोढ़ा समिति की सिफारिशों को पर राय देने के लिए न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मरक डेय काट्जू की अध्यक्षता में कानूनी समिति का गठन करने की आलोचना की। वर्मा का कहना है कि बोर्ड लोढ़ा समिति की सिफारिशों को दबाने की कोशिश कर रहा है। ब्रेकिंग: वीरेंद्र सहवाग ने सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली के बारे में किया ये भयंकर खुलासा।
गौरतलब है कि मंगलवार को बीसीसीआई ने कार्यकारी समिति की बैठक में खेल एवं प्रशासनिक सुधारों पर लोढ़ा समिति की सिफारिशों को समझने के लिए गठित कानूनी समिति का अध्यक्ष काटजू को बनाया है। बिना शर्ट के कोहली ब्रुस ली लगते हैं।
वर्मा ने कहा है कि बीसीसीआई लोढ़ा समिति की सिफारिशों को लागू करना नहीं चाहती। उन्होंने बीसीआई के काटजू को सलाहकार के तौर पर नियुक्त करने के फैसले को बकवास करार दिया है।
वर्मा ने एक बयान में कहा, "बीसीसीआई 18 जुलाई को सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए गए फैसले को लागू करना नहीं चाहती। यह बीसीसीई द्वारा उठाया गया बकवास कदम है।"
वर्मा ने कहा, "देश की सर्वोच्च न्यायालय ने 18 जुलाई को अपने फैसले में साफ आदेश दिए थे कि बोर्ड चार से छह महीने के भीतर लोढ़ा समिति की सिफारिशों को लागू करे। अदालत ने साथ ही लोढ़ा समिति से अपील की थी कि वह सिफारिशों को लागू करने में बीसीसीआई की मदद करे।"
उन्होंने कहा, "यह हैरान करने वाली बात है कि बीसीसीआई न तो सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का सम्मान कर रही है न ही लोढ़ा समिति का। अगर बीसीसीआई को कोई दिक्कत है तो वह सीधे लोढ़ा समिति से मदद मांग सकती थी।"
वर्मा ने कहा कि बीसीसीआई के अधिकारी अपनी कुर्सी छोड़ना नहीं चाहते।
वर्मा ने कहा, "सभी जानते हैं कि अभी भी बीसीसीआई के अधिकारी अपनी कुर्सी छोड़ना नहीं चाहते। यह साफ तौर पर सर्वोच्च न्यायालय की अवहेलना का मामला है।"
बीसीसीआई ने मंगलवार को ही अमेरिका में वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टी-20 मैच खेलने की घोषणा की थी। वर्मा ने बीसीसीआई के इस फैसले को भी आड़े हाथों लिया है और कहा है कि बोर्ड देश से ज्यादा विदेश में खेल को बढ़ावा देना चाहता है।
वर्मा ने कहा, "सर्वोच्च न्यायालय ने देश के हर राज्य को बीसीसीआई द्वारा आयोजित किए जाने वाले प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच खेलने की मंजूरी दी है, लेकिन बीसीसीआई भारत से ज्यादा अमेरिका में क्रिकेट को बढ़ावा देना चाहता है।"