क्या BCCI सेलेक्टर्स से डरते हैं भारतीय खिलाड़ी? अजिंक्य रहाणे ने दिया सनसनीखेज बयान

Updated: Wed, Oct 15 2025 09:07 IST
Image Source: Google

भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर चल रहे बैटर अजिंक्य रहाणे ने इंडियन क्रिकेट में सेलेक्शन सिस्टम पर अपने बेबाक विचारों से एक बड़ी बहस छेड़ दी है। उन्होंने सेलेक्टर्स को अपॉइंट करने के तरीके में बड़े सुधारों की मांग की है, उनका मानना है कि खासकर डोमेस्टिक लेवल पर सेलेक्टर्स का चयन सोच समझकर किया जाना चाहिए। इस अनुभवी क्रिकेटर का मानना ​​है कि टीम चुनने की ज़िम्मेदारी सिर्फ़ हाल ही में रिटायर हुए फर्स्ट-क्लास प्लेयर्स को ही दी जानी चाहिए।

रहाणे का मानना है कि क्योंकि वो खेल की मॉडर्न ज़रूरतों को ज़्यादा समझते हैं। अभी, कोई भी क्रिकेटर जिसने 10 फर्स्ट-क्लास मैच खेले हों और रिटायरमेंट को कम से कम पांच साल हो गए हों, वो स्टेट सेलेक्टर की पोस्ट के लिए अप्लाई कर सकता है। हालांकि, रहाणे को लगता है कि ये मॉडल पुराना हो चुका है और इस पर तुरंत दोबारा सोचने की ज़रूरत है।

अपने पुराने साथी चेतेश्वर पुजारा के साथ उनके यूट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान रहाणे ने कहा, "प्लेयर्स को सेलेक्टर्स से डरना नहीं चाहिए। मैं सेलेक्टर्स के बारे में बात करना चाहता हूं, खासकर डोमेस्टिक क्रिकेट में। हमारे पास ऐसे सेलेक्टर्स होने चाहिए जिन्होंने हाल ही में टॉप-फ़्लाइट क्रिकेट खेलने से रिटायरमेंट लिया हो, जो पांच-छह साल, सात-आठ साल पहले रिटायर हुए हों। क्योंकि जिस तरह से क्रिकेट बदल रहा है, मुझे लगता है कि ये बहुत ज़रूरी है कि सेलेक्टर्स की सोच और माइंडसेट उससे मैच करे और बदलाव के साथ तालमेल बिठाए। खेल बदल रहा है।"

आगे बोलते हुए उन्होंने कहा, "हम इस आधार पर फ़ैसले नहीं लेना चाहते कि 20-30 साल पहले क्रिकेट कैसे खेला जाता था। टी-20 और आईपीएल जैसे फॉर्मेट में, मॉडर्न क्रिकेट प्लेयर्स के स्टाइल को समझना ज़रूरी है। मेरा मानना ​​है कि सेलेक्टर्स, जहां भी हो सके, सभी राज्यों से होने चाहिए और प्लेयर्स को आज़ादी से, बिना डरे क्रिकेट खेलते हुए मैदान पर होना चाहिए।"

Also Read: LIVE Cricket Score

पुजारा ने भी इस मसले पर बैलेंस्ड नज़रिया दिया और कहा, "बड़े राज्यों में, इसे लागू किया जा सकता है क्योंकि उनके पास बहुत सारे ऑप्शन होते हैं। इसलिए, जहां भी हो सके, मैं इस बात से सहमत हूं कि इसे लागू किया जा सकता है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि किसी पुराने क्रिकेटर को, जिसका रिकॉर्ड बहुत अच्छा है और जो अब सेलेक्टर बनना चाहता है, इस मौके से वंचित कर दिया जाना चाहिए क्योंकि वो बहुत पहले रिटायर हो गया था।"

TAGS

संबंधित क्रिकेट समाचार ::

सबसे ज्यादा पढ़ी गई खबरें